

भोजपुरी सिंगर देवी ने बिना शादी के IVF से मां बनने का साहसिक कदम उठाया। 10 साल के संघर्ष के बाद सफलता मिली, लेकिन सामाजिक ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ा।
मशहूर सिंगर देवी
Patna: भोजपुरी संगीत की दुनिया की मशहूर सिंगर देवी ने अपनी जिंदगी में एक ऐसा कदम उठाया है, जिसने सामाजिक मान्यताओं को चुनौती दी है। देवी ने बिना शादी के आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) की मदद से मां बनने का सपना पूरा किया। इस सफर में उन्हें कई बार असफलता का सामना करना पड़ा, लेकिन हिम्मत न हारते हुए उन्होंने करीब 10 साल की मेहनत के बाद अपने नन्हे राजकुमार को जन्म दिया।
कब लिया यह यह फैसला?
28-29 साल की उम्र में जब देवी ने यह फैसला लिया, तब उन्हें पता नहीं था कि उन्हें समाज से कितना विरोध झेलना पड़ेगा। देवी ने कहा कि मानसिक रूप से यह सफर बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन परिवार के सपोर्ट ने उन्हें आगे बढ़ने की हिम्मत दी।
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परिवार से मिला पूरा सपोर्ट
देवी ने बताया, “मेरे पिता बहुत ओपन माइंडिड हैं और परिवार का पूरा सहयोग रहा। बच्चे का होना चाहे प्राकृतिक हो या आईवीएफ से यह हर महिला के लिए खुशी और संघर्ष दोनों होता है। मुझे ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा, लोग मुझे गलत समझते थे, लेकिन मैंने कभी अपनी मंजिल से ध्यान नहीं हटाया।”
सती प्रथा जैसी पुरानी कुप्रथाओं का उदाहरण
उन्होंने समाज की उस मानसिकता की आलोचना की, जो बिना शादी मां बनने वाली महिलाओं को नकारात्मक नजरिए से देखती है। देवी ने सती प्रथा जैसी पुरानी कुप्रथाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि समाज को ऐसी गलत सोच बदलनी होगी। उनका मानना है कि बच्चे का होना किसी भी माध्यम से हो, समाज को इसे स्वीकार करना चाहिए, न कि आलोचना।
देवी को करीब 4 बार असफलता मिली
आईवीएफ की प्रक्रिया में देवी को करीब 4 बार असफलता मिली। उन्होंने साल 2015 में डेनमार्क में पहला आईवीएफ प्रयास किया, जो सफल नहीं हुआ। फिर 2016 से लगातार प्रयास जारी रहा और पांचवीं बार प्रयास में सफलता मिली। तब से उनका जीवन पूरी तरह बदल गया।
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पार्टनर की कमी पर क्या बोलीं देवी?
पार्टनर की कमी के सवाल पर देवी ने कहा कि वे चाहती थी, लेकिन कई पार्टनर बिना शादी बच्चे के लिए तैयार नहीं थे। इसलिए उन्हें आईवीएफ का सहारा लेना पड़ा। शादी को वह कभी प्राथमिकता नहीं देतीं क्योंकि उन्होंने कई लड़कियों को शादी के बंधन में दबता देखा है। उनका मानना है कि शादी में महिलाओं की आजादी कम हो जाती है और वे बंधन महसूस करती हैं।