

यूपी एसटीएफ ने दरोगा भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले का आज खुलासा हुआ। पेपर लीककांड का गिरोह यूपी के अलीगढ, मथुरा, आगरा व इलाहाबाद के अलावा हरियाणा के पलवल में भी सक्रिय है। पेपर लीक होने के बाद एसटीएफ इस प्रकरण की जांच कर रही थी।
यूपी एसटीएफ ने दरोगा भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले का आज खुलासा हुआ। पेपर लीककांड का गिरोह यूपी के अलीगढ, मथुरा, आगरा व इलाहाबाद के अलावा हरियाणा के पलवल में भी सक्रिय है। पेपर लीक होने के बाद एसटीएफ इस प्रकरण की जांच कर रही थी।
लखनऊ: यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश के निर्देशन में उनकी टीम ने यूपी पुलिस-दरोगा भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले का खुलासा कर बड़ी कामयाबी हासिल की। यूपी एसटीएफ ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड का प्रश्नपत्र लीक होने के मामले का खुलासा करते हुये आईजी अमिताभ यश ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पेपर लीक मामले की जांच एसटीएफ की टीम कर रही थी। तफ्तीश के दौरान पता चला कि पेपर लीक कांड में आगरा के ओम इंस्टीट्यूट के अधिकारियों के साथ गिरोह ने मिलकर इस पूरे प्रकरण को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि पेपर लीककांड का गिरोह यूपी के अलीगढ, मथुरा, आगरा व इलाहाबाद के अलावा हरियाणा के पलवल में भी सक्रिय है। एसटीएफ ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मुंबई की कंपनी को दिया गया था पेपर का कांट्रेक्ट
यूपी पुलिस की तरफ से आयोजित भर्ती प्रक्रिया के लिये मुम्बई की कंपनी एनएसईआईटी को कांट्रेक्ट दिया गया था। इस कंपनी ने आगरा की एक कंपनी ओम इंस्टीट्यूट को परीक्षा संपन्न कराने का ठेका दिया था और आगरा की कंपनी के अधिकारियों के साथ मिलकर गिरोह ने इस प्रकरण को अंजाम दिया।
सोशल नेटवर्किंग साइट पर वायरल हुआ पेपर
दरोगा भर्ती की परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र व्हाट्सअप, फेसबुक,ट्विटर पर वायरल हो गया था। 24 जुलाई को पेपर लीक होने के बाद यह परीक्षा रद्द कर दी गई थी।
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