

बिजनौर में BSF जवान हिमांशु कुमार की मौत के बाद परिजन और ग्रामीण धरने पर बैठे हैं। जवान की ड्यूटी के दौरान हुई मौत को लेकर परिवार ने शहीद का दर्जा, आर्थिक मुआवजा, स्मारक निर्माण और छोटे भाई के लिए सरकारी नौकरी की मांग की है।
Bijnor: बिजनौर जिले के शादीपुर मिलक गांव में बीएसएफ जवान हिमांशु कुमार (24) की मौत के बाद तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हिमांशु की पश्चिम बंगाल के मालदा में ड्यूटी के दौरान हाईटेंशन करंट लगने से मौत हुई। परिजन और ग्रामीण शव के साथ धरने पर बैठ गए हैं और शहीद का दर्जा व मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
हिमांशु के बड़े भाई विवेक कुमार ने बताया कि उनकी मौत BSF और प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने कहा कि परिवार को अभी तक राज्य सरकार की तरफ से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिली है। परिजन अंतिम संस्कार करने से इंकार कर रहे हैं जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं। परिवार ने जवान के छोटे भाई के लिए सरकारी नौकरी, गांव में शहीद स्मारक निर्माण और आर्थिक मदद की भी मांग की है। प्रशासनिक अधिकारियों ने घटना के बाद गांव का दौरा किया, लेकिन परिजनों को कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया। इस पर परिवार ने प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण, महिलाएं और पुलिस बल मौजूद हैं। परिजन न्याय की मांग पर अड़े हुए हैं।