Video: महराजगंज में बारिश न होने से सूखे जैसे हालात, पीली पड़ने लगीं धान की फसलें, किसान बेहाल

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में मानसून की बेरुखी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। पर्याप्त वर्षा न होने के कारण खेत सूखने लगे हैं और धान की फसल पीली पड़ती जा रही है। सिंचाई के लिए नहरों में पानी नहीं होने से किसान डीजल पंप का सहारा ले रहे हैं, जिससे लागत कई गुना बढ़ गई है।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 27 July 2025, 4:29 PM IST

Mahrajganj: महराजगंज जनपद में इस समय बारिश की कमी से सूखे जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। जिले के अधिकतर हिस्सों में धान की फसलें पीली पड़ने लगी हैं और सूखने की कगार पर हैं। किसान भारी परेशानी में हैं क्योंकि नहरों में पानी नहीं है और उन्हें डीजल पंपसेट के सहारे खेतों की सिंचाई करनी पड़ रही है।

किसानों के अनुसार, प्रतिदिन पंप चलाने पर 15-20 लीटर डीजल की खपत हो रही है, जिससे आर्थिक बोझ लगातार बढ़ रहा है। खेती पर खर्च इतना अधिक हो गया है कि मुनाफा होने की कोई संभावना नहीं दिख रही। स्थानीय किसानों ने प्रशासन से शीघ्र राहत की मांग की है। यदि जल्द बारिश नहीं हुई या सरकारी मदद नहीं मिली, तो फसल पूरी तरह बर्बाद हो सकती है। नहरों में पानी की कमी के कारण किसानों को मजबूरी में बोरिंग और डीजल पंपसेट के सहारे सिंचाई करनी पड़ रही है। इस दौरान डीजल की लागत इतनी अधिक आ रही है कि उनकी खेती पर आया खर्च भी अब निकलता नहीं दिख रहा।

Mahrajganj: महराजगंज जनपद में इस समय बारिश की कमी से सूखे जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। जिले के अधिकतर हिस्सों में धान की फसलें पीली पड़ने लगी हैं और सूखने की कगार पर हैं। किसान भारी परेशानी में हैं क्योंकि नहरों में पानी नहीं है और उन्हें डीजल पंपसेट के सहारे खेतों की सिंचाई करनी पड़ रही है।

किसानों के अनुसार, प्रतिदिन पंप चलाने पर 15-20 लीटर डीजल की खपत हो रही है, जिससे आर्थिक बोझ लगातार बढ़ रहा है। खेती पर खर्च इतना अधिक हो गया है कि मुनाफा होने की कोई संभावना नहीं दिख रही। स्थानीय किसानों ने प्रशासन से शीघ्र राहत की मांग की है। यदि जल्द बारिश नहीं हुई या सरकारी मदद नहीं मिली, तो फसल पूरी तरह बर्बाद हो सकती है। नहरों में पानी की कमी के कारण किसानों को मजबूरी में बोरिंग और डीजल पंपसेट के सहारे सिंचाई करनी पड़ रही है। इस दौरान डीजल की लागत इतनी अधिक आ रही है कि उनकी खेती पर आया खर्च भी अब निकलता नहीं दिख रहा।

Mahrajganj: महराजगंज जनपद में इस समय बारिश की कमी से सूखे जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। जिले के अधिकतर हिस्सों में धान की फसलें पीली पड़ने लगी हैं और सूखने की कगार पर हैं। किसान भारी परेशानी में हैं क्योंकि नहरों में पानी नहीं है और उन्हें डीजल पंपसेट के सहारे खेतों की सिंचाई करनी पड़ रही है।

किसानों के अनुसार, प्रतिदिन पंप चलाने पर 15-20 लीटर डीजल की खपत हो रही है, जिससे आर्थिक बोझ लगातार बढ़ रहा है। खेती पर खर्च इतना अधिक हो गया है कि मुनाफा होने की कोई संभावना नहीं दिख रही। स्थानीय किसानों ने प्रशासन से शीघ्र राहत की मांग की है। यदि जल्द बारिश नहीं हुई या सरकारी मदद नहीं मिली, तो फसल पूरी तरह बर्बाद हो सकती है। नहरों में पानी की कमी के कारण किसानों को मजबूरी में बोरिंग और डीजल पंपसेट के सहारे सिंचाई करनी पड़ रही है। इस दौरान डीजल की लागत इतनी अधिक आ रही है कि उनकी खेती पर आया खर्च भी अब निकलता नहीं दिख रहा।

Location : 
  • Maharajganj

Published : 
  • 27 July 2025, 4:29 PM IST