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रायबरेली में कोडीन कफ सिरप के हाई प्रोफाइल केस में बड़ा खुलासा हुआ है। अजय फार्मा संचालक दिवाकर सिंह और मेडिसिन हाउस के प्रियांशु गौतम पर नशीले सिरप की अवैध बिक्री का गंभीर आरोप है। जांच में संदिग्ध बिल बरामद हुए, जबकि दोनों आरोपी फरार हैं।
Raebareli: कोडीन कफ सिरप के हाई प्रोफाइल नेटवर्क की जांच अब रायबरेली तक पहुंच चुकी है। लखनऊ और वाराणसी में कार्रवाई के बाद एसटीएफ एवं पुलिस को रायबरेली के मेडिकल कारोबारी दिवाकर सिंह पर शक गहरा गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह आरोप है कि उन्होंने नशीली कफ सिरप की सप्लाई करवा कर करोड़ों रुपये की अवैध कमाई की है। मामला सामने आने के बाद जिले के मेडिकल कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
ड्रग इंस्पेक्टर शिवेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार, जांच के दौरान थाना मिल एरिया स्थित कल्लू का पुरवा में संचालित अजय फार्मा पर छापेमारी की गई। मौके से कोडीन कफ सिरप तो नहीं मिला, लेकिन दुकान से संदिग्ध क्रय-विक्रय बिलों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ। इन बिलों में लखनऊ, उन्नाव और श्रावस्ती की कई फर्मों के नाम दर्ज थे। जानकारी यह भी मिली कि जिन फर्मों से कथित तौर पर कफ सिरप की खरीद दिखाई गई, उनमें से कुछ काफी समय से बंद थीं।
उन्नाव की वह फर्म जिसके बिल अजय फार्मा के रिकॉर्ड में मिले, पिछले एक साल से बंद बताई जा रही है और वहां अब एक कोचिंग सेंटर संचालित हो रहा है। इससे ड्रग विभाग को संदेह है कि खरीद-बिक्री के फर्जी बिल तैयार कर बड़े पैमाने पर नशीली कफ सिरप की कालाबाजारी की जा रही थी।