

लखनऊ और सहरसा से आई दो घटनाओं ने सोशल मीडिया पर हड़कंप मचा दिया है, जहां मुफ्त में मिलते ही आम और मछलियों को लूटने के लिए भीड़ बेकाबू हो गई। सवाल उठता है ये भूख है या मुफ्त का जुनून?
Lucknow: लखनऊ के एक आम महोत्सव में जैसे ही समापन की घोषणा हुई, पूरा हॉल 'लूट का मैदान' बन गया। लोग झोले, दुपट्टे और यहां तक कि जेब में आम भरते नजर आए। आमों को ऐसे समेटा गया मानो जीवन का अंतिम मौका हो।
दूसरी ओर, बिहार के सहरसा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जहां बायोफ्लोक टैंक में मछलियां छोड़ी गई थीं। जैसे ही सीएम कार्यक्रम से रवाना हुए, भीड़ मछलियों पर टूट पड़ी। कोई बाल्टी, कोई थैला, तो कोई हाथों से ही मछली पकड़ने में जुट गया।
दोनों घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं, और सवाल ये है कि क्या हमारा समाज मुफ्त की चीज़ों के लिए खुद को सीमाओं से परे ले जाता है? ये दृश्य हँसाते भी हैं और सोचने पर मजबूर भी करते हैं।