

देहरादून की महज 1 साल 10 महीने की जसमायरा कौर ने अपनी प्रतिभा से सबको चौंका दिया है। उन्होंने पांच रंगीन छल्लों को स्टैक करने, बिल्डिंग ब्लॉक्स से मीनार बनाने, शरीर के अंगों की पहचान और जानवरों की आवाज़ की नकल जैसी कई क्षमताएं दिखाकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान बनाया है।
Dehradun: देहरादून में महज 1 साल 10 महीने की उम्र में उत्तराखंड की जसमायरा कौर ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जो बड़े-बड़ों के लिए भी चुनौतीपूर्ण है। डोईवाला ब्लॉक के खैरी प्रथम गांव की निवासी जसमायरा ने अपनी अद्भुत बुद्धिमता और प्रतिभा के बल पर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया है।
जसमायरा को यह रिकॉर्ड पांच रंगीन छल्लों को सही क्रम में स्टैक करने, छह बिल्डिंग ब्लॉक्स से मीनार बनाने, शरीर के सात अंगों की पहचान करने, चार क्रियाएं बताने, अंग्रेजी के A से D तक के अक्षरों को पहचानने और तीन जानवरों की आवाज़ की सफलतापूर्वक नकल करने के लिए मिला है। उनके माता-पिता, मनिंदर सिंह (व्यवसायी) और जसप्रीत कौर (गृहिणी) ने बताया कि हर बच्चे में एक विशेष प्रतिभा होती है, बस जरूरत होती है सही समय पर उसे पहचानने और बढ़ावा देने की। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के चीफ एडिटर डॉ. बिस्वरूप राय चौधरी ने जसमायरा को मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।