

हल्द्वानी की सड़कों पर गूंज रही है 11 साल पुरानी एक दर्दनाक चीख। मासूमियत से खिलखिलाती एक नन्हीं जान, जिसके साथ दरिंदगी कर उसकी हत्या कर दी गई थी। लेकिन इंसाफ की डगर अब भी लंबी और टेढ़ी बनी हुई है। यह मामला करीब 11 वर्ष पहले का हे जब हल्द्वानी की महज तीन साल की मासूम बच्ची के साथ रेप कर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई थी।
हल्दवानी में प्रदर्शन
Haldwani: हल्द्वानी की सड़कों पर गूंज रही है 11 साल पुरानी एक दर्दनाक चीख। मासूमियत से खिलखिलाती एक नन्हीं जान, जिसके साथ दरिंदगी कर उसकी हत्या कर दी गई थी। लेकिन इंसाफ की डगर अब भी लंबी और टेढ़ी बनी हुई है।
यह मामला करीब 11 वर्ष पहले का हे जब हल्द्वानी की महज तीन साल की मासूम बच्ची के साथ रेप कर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने उस वक्त दोषी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मगर हाल ही में अदालत ने आरोपी को निर्दोष करार देकर बरी कर दिया।
इस फैसले के बाद शहर में गुस्से की लहर दौड़ पड़ी। पीड़िता को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर हल्द्वानी की सड़कों पर "पहाड़ी आर्मी" संगठन के बैनर तले लोग उतर आए।
प्रदर्शनकारियों ने दोषी को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग करते हुए न्याय व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े किए। नारेबाजी के बीच भीड़ ने साफ कहा, "जब तक बेटी को इंसाफ नहीं मिलेगा, हमारी लड़ाई जारी रहेगी।"
लोगों ने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि इस मामले को हाईकोर्ट में चुनौती दी जाए और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
फिलहाल हल्द्वानी की सड़कों पर यही आवाज गूंज रही है, "बेटी को इंसाफ दो"। देखना होगा कि यह जंग कितनी लंबी चलेगी और मासूम के हत्यारे को कब तक सजा मिलेगी।