

उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद मौसम साफ हुआ, लेकिन अब अगले सात दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को तैयार रहने की हिदायत दी है। बंगाल की खाड़ी में नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा।
उत्तराखंड में भारी बारिश का खतरा बढ़ा
Dehradun: उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद आई तबाही के बीच मौसम साफ होने से लोगों को कुछ राहत मिली थी, लेकिन अब मौसम विभाग ने आगामी सात दिनों के लिए फिर से भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। 23 से 30 सितंबर तक के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इस संबंध में राज्य सरकार ने प्रशासन को पूरी तरह से सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस बारे में सभी संबंधित विभागों को तैयार रहने को कहा है। मौसम विभाग के अनुसार, 23 सितंबर से राज्य में फिर से भारी बारिश हो सकती है, जो 30 सितंबर तक जारी रहेगी।
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बदलने की संभावना, 23 से 30 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. सीएस तोमर ने बताया कि सोमवार को राज्य के पहाड़ी जिलों में हल्की बारिश हुई थी, जबकि देहरादून जैसे मैदानी इलाकों में मौसम सूखा रहा, जिससे उमस महसूस हुई। उन्होंने कहा कि अब एक बार फिर राज्य में भारी बारिश का खतरा बढ़ गया है।
इसके अलावा, बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जो कुछ ही दिनों में ओडिशा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ तक फैल सकता है। इस सिस्टम के प्रभाव से पश्चिमी हवाएं पीछे हट सकती हैं और बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी बारिश का दौर लौट सकता है।
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में भारी बारिश का असर ज्यादा दिखाई दे सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि इन इलाकों में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं के कारण नुकसान होने की आशंका है। इसलिए प्रशासन को ज्यादा सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि राज्य में हल्की बारिश के बावजूद अगले कुछ दिनों में तापमान में वृद्धि हो सकती है, जिससे उमस बढ़ेगी। राज्य सरकार ने समय रहते जरूरी कदम उठाने की बात की है ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके।
उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद मिली राहत, लेकिन अपदा का असर अब भी जारी
उत्तराखंड के अलावा, अन्य राज्यों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। 25 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में नया निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है। इसका असर ओडिशा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में दिखाई दे सकता है। इसके बाद, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है।
राज्य सरकार ने प्रशासन से अपील की है कि वह आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहे। सभी बचाव कार्यों के लिए संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है, और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए सभी सावधानियां बरतने के निर्देश दिए गए हैं।