

उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। केदारनाथ और मदमहेश्वर यात्राएं अस्थाई रूप से रोकी गई हैं। भूस्खलन, मलबा और बोल्डर गिरने से कई मार्ग बंद हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।
उत्तराखंड में बारिश का रेड अलर्ट (Img- Internet)
Dehradun: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते गुरुवार को राज्य के अधिकांश पर्वतीय जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कई तीर्थ यात्राओं को अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया है।
मौसम की स्थिति
उत्तराखंड के कई जनपदों में लगातार बारिश का अलर्ट है। पर्वतीय क्षेत्रों में हालात खराब हैं और भूस्खलन, बादल फटने और बाढ़ आने की आशंका बनी हुई है। मौसम विभाग ने अगले सात दिनों के लिए भारी बारिश की संभावना जताई है।
केदारनाथ और मदमहेश्वर यात्रा पर अस्थायी रोक
पुलिस प्रशासन और जिला आपदा प्रबंधन की संयुक्त सिफारिश पर केदारनाथ और मदमहेश्वर धाम की यात्रा को दो दिनों के लिए रोक दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है, इसलिए यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित किया गया है।
बदरीनाथ हाईवे पर भारी बोल्डर, यात्री फंसे
ज्योर्तिमठ से एक किलोमीटर पहले जोगीधारा के पास भारी चट्टानें टूटकर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-7) पर गिर गईं। इससे सड़क के दोनों ओर लगभग 500 तीर्थ यात्री और स्थानीय लोग फंस गए। लगभग 20 घंटे के बाद मार्ग को आंशिक रूप से खोला गया, जिसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी और रुके हुए यात्रियों को आगे रवाना किया गया।
राहत एवं बचाव कार्यों में बाधाएं
भूस्खलन और लगातार हो रही बारिश से कई स्थानों पर राहत एवं बचाव कार्यों में परेशानी आ रही है। सड़कों के बार-बार बंद होने से मशीनरी और बचाव टीमों को प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे मौसम सामान्य होने तक घरों और सुरक्षित स्थानों में ही रहें।
प्रशासन की अपील: सावधानी बरतें, यात्रा टालें
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों और पर्यटकों से अगले कुछ दिनों तक यात्रा टालने और मौसम संबंधी सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करने के लिए कहा गया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। तीर्थयात्राएं रुकी हैं, मार्ग बंद हैं और कई इलाकों में राहत-बचाव कार्य जारी है। मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन मुस्तैद है, पर स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है।