

प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए राज्य सरकार स्कूलों की स्थिति पर गंभीर है। इसी क्रम में सोमवार को विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विद्यालयी शिक्षा महानिदेशालय में आपदा प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा बैठक ली।
शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने की बैठक
Dehradun: प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए राज्य सरकार स्कूलों की स्थिति पर गंभीर है। इसी क्रम में सोमवार को विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विद्यालयी शिक्षा महानिदेशालय में आपदा प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि आपदा से क्षतिग्रस्त विद्यालयों की सूचना तत्काल आपदा कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।
डॉ. रावत ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपदा संभावित क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को निकटवर्ती सुरक्षित स्कूलों में स्थानांतरित कर पढ़ाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर एक टोल फ्री नंबर जल्द क्रियाशील किया जाए ताकि सूचनाओं के आदान-प्रदान में कोई बाधा न हो।
शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद में एक-एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाए, जो आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में विद्यालयों के संचालन पर निगरानी रखे और आवश्यक सहायता प्रदान करें। विशेष रूप से उन्होंने दिव्यांग छात्रों की शिक्षा में किसी प्रकार की बाधा न आने देने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए और उनके लिए अलग से विशेष व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
इसके साथ ही डॉ. रावत ने यह भी कहा कि शिक्षक अपने विद्यालयों के नजदीक ही निवास करें ताकि किसी आपात स्थिति में विद्यालय संचालन में दिक्कत न आए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दिशा में नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक दीप्ति सिंह, SCIRT निदेशक वंदना गरबियाल, निदेशक बेसिक अजय कुमार नौटियाल, माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल सती, अपर निदेशक परमेंद्र सकलानी सहित कई विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।