

उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2024-25 के लिए 13 प्रेरणादायक महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया है। इन महिलाओं ने समाज, संस्कृति, खेल और शिक्षा में उत्कृष्ट योगदान देकर सामाजिक बदलाव की मजबूत मिसाल पेश की है।
सामाजिक-सांस्कृतिक बदलाव की मिसाल बनीं 13 महिलाएं
Pithoragarh: उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2024-25 के लिए तीलू रौतेली पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस बार यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदेश की 13 ऐसी महिलाओं को प्रदान किया जा रहा है, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट कार्यों से समाज, संस्कृति, खेल और शिक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इनमें लोकगायिका हेमा नेगी करासी, अंतरराष्ट्रीय स्तर की ताइक्वांडो खिलाड़ी अलिशा मचलात और महिला क्रिकेट में नाम रोशन करने वाली शिवानी गुप्ता जैसी प्रेरणास्रोत महिलाएं शामिल हैं।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि तीलू रौतेली पुरस्कार वितरण समारोह 4 सितंबर 2025 को आईआरडीटी सभागार, देहरादून में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर कुल 13 महिलाओं को राज्यस्तरीय तीलू रौतेली पुरस्कार दिया जाएगा। इसके साथ ही, प्रदेश भर से चुनी गई 33 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
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रेखा आर्या ने कहा कि यह महिलाएं समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाली शक्ति का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां प्रदेश के दूरदराज इलाकों में भी महिला और बाल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम कर रही हैं। ये महिलाएं सिर्फ सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं कर रहीं, बल्कि वे ग्रामीण समाज में जागरूकता और बदलाव की अगुआ भी बन रही हैं।
1. हेमा नेगी करासी – लोकगायन के ज़रिए उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा दिया।
2. विजयरानी देवी – शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और सामाजिक सुधार की पहल।
3. अलिशा मचलात – अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया।
4. रेखा देवी – महिला सशक्तिकरण की मजबूत आवाज़ के रूप में काम किया।
5. सुमन देवी – साहित्य और संस्कृति में योगदान से समाज को दिशा दी।
6. मीरा उपाध्याय – महिलाओं की सामाजिक स्थिति में सुधार हेतु लगातार प्रयासरत।
7. अनामिका – सामाजिक कार्यों में सक्रिय, ग्रामीण महिलाओं की आवाज बनीं।
8. बीना अधिकारी – अंतरराष्ट्रीय स्तर की व्यायाम खिलाड़ी, युवतियों को प्रेरणा दी।
9. रेशमा देवी – सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य, विशेष रूप से महिला अधिकारों पर।
10. शिवानी गुप्ता – महिला क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच बनाई।
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तीलू रौतेली पुरस्कार हर वर्ष उन महिलाओं को प्रदान किया जाता है जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देती हैं। यह पुरस्कार उत्तराखंड की वीरांगना तीलू रौतेली की याद में दिया जाता है, जिन्होंने मात्र 15 वर्ष की उम्र में दुश्मनों से लड़ाई लड़ी थी। यह सम्मान महिलाओं के भीतर छिपे नेतृत्व, साहस और समाज सेवा के भाव को प्रोत्साहित करता है।