

पीरूमदारा क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर डिवाइडर के पास लाइट और रिफ्लेक्टर की कमी से बढ़ रही दुर्घटनाओं पर स्थानीय नेताओं ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। 6 महीने में 24 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें कई जानें गई हैं।
डिवाइडर पर लाइटिंग और रिफ्लेक्टर की मांग
Ramnagar: राष्ट्रीय राजमार्ग NH 309 पर पीरूमदारा और टांडा के बीच बने डिवाइडर में लाइट और रिफ्लेक्टर न होने के कारण यहां राहगीरों और वाहन चालकों की सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। खासकर रात के अंधेरे में ड्राइवरों को यह भी समझ में नहीं आता कि सामने डिवाइडर है, जिससे आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
हाल ही में शनिवार की रात एक बड़ी घटना सामने आई, जिसमें संभल के एसडीएम और उनकी डॉक्टर पत्नी का एक्सीडेंट इस खतरनाक स्थान पर हुआ। दोनों बुरी तरह घायल हो गए, जिससे फिर से इस जगह पर सुरक्षा इंतजामों की अनदेखी पर सवाल खड़ा हुआ है। इस दुर्घटना ने यह साबित कर दिया कि यदि यहां तत्काल प्रभाव से सुरक्षा व्यवस्था नहीं बढ़ाई गई, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं।
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पीरूमदारा क्षेत्र में पिछले छह महीनों में लगभग 24 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है। यह संख्या दर्शाती है कि इस स्थान पर सुरक्षा के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। रात के अंधेरे में लाइटिंग सिस्टम की कमी और रिफ्लेक्टर न होने के कारण दुर्घटनाओं का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा। स्थानीय लोगों और नेताओं के लिए यह गंभीर चिंता का विषय बन चुका है।
स्थानीय नेताओं ने इस गंभीर मुद्दे पर अब अपनी आवाज़ उठानी शुरू कर दी है। ब्लॉक प्रमुख मंजू नेगी और ज्येष्ठ उप प्रमुख संजय नेगी ने अपने समर्थकों के साथ पीरूमदारा NH पर सांकेतिक धरना दिया और प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन से तत्काल प्रभाव से डिवाइडर पर लाइटिंग सिस्टम और रिफ्लेक्टर लगाने की मांग की।
धरने के दौरान ब्लॉक प्रमुख मंजू नेगी ने कहा, "यह मामला लंबे समय से अनदेखा किया जा रहा है। हम बार-बार प्रशासन से मांग कर चुके हैं कि इस स्थान पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। अब जब लगातार हादसे हो रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज करना खतरे से खाली नहीं है। हमारी प्राथमिकता यही है कि यहां आने-जाने वाले नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।"
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ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि प्रशासन को तुरंत उपयुक्त सिग्नलिंग व लाइटिंग की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि भविष्य में दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने प्रशासन से यह भी कहा कि यदि इस पर कार्य नहीं हुआ तो वह उग्र आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
ज्येष्ठ उप प्रमुख संजय नेगी ने कहा कि हमारा यह धरना केवल एक चेतावनी नहीं है, बल्कि न्याय दिलाने की आवाज है। रात के अंधेरे में बिना लाइट के डिवाइडर होने से दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए।