

उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 11 अगस्त को दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टेहरी और उधम सिंह नगर समेत कई जिलों में मसूरी, ऋषिकेश, काशीपुर, रानीखेत और कोटद्वार के आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने की संभावना है। लोगों से सतर्क रहने, अनावश्यक बाहर न निकलने और सुरक्षा उपाय अपनाने की अपील की गई है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है ताकि जरूरत पड़ने पर राहत-बचाव कार्य तुरंत शुरू किया जा सके।
उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट
Nainital: उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाने की चेतावनी दी है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने 11 अगस्त को दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट में अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टेहरी और उधम सिंह नगर समेत 11 जिलों को संभावित प्रभावित क्षेत्रों में रखा गया है।
विशेष रूप से मसूरी, ऋषिकेश, काशीपुर, रानीखेत, कोटद्वार और इनके आसपास के इलाकों में तेज और भारी बारिश के साथ तूफान और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने, सुरक्षित स्थानों पर रहने और बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और सड़क अवरुद्ध होने का खतरा बढ़ सकता है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में जलभराव और पेड़ों के गिरने जैसी घटनाएं संभव हैं। बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे और नदियों के किनारे जाने से परहेज करने की अपील की गई है।
प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रखा है। आपदा प्रबंधन टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि आपात स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य तुरंत शुरू किया जा सके। जिला स्तर पर कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए गए हैं और संभावित आपदाओं से निपटने के लिए आवश्यक संसाधन जुटा लिए गए हैं।
विभाग ने किसानों को भी चेतावनी दी है कि वे अपनी फसल और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और खुले में काम करने से बचें। पर्यटन स्थलों पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां पर्यटकों की अधिक भीड़ रहती है जैसे मसूरी और ऋषिकेश।
मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि भारी वर्षा और तूफानी हवाओं का यह दौर अगले तीन घंटे तक रह सकता है, इसलिए सभी को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।