

हरिद्वार में वन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मगरमच्छ (प्रतीकात्मक छवि)
हरिद्वार: जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में वन्यजीवों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। कहीं हाथी सड़कों पर विचरण करते दिख रहे हैं तो कहीं तेंदुए लोगों के पीछे दौड़ते नजर आ रहे हैं। वन विभाग की मॉनिटरिंग की कमी के चलते अब इंसानी ज़िंदगियों पर संकट मंडराने लगा है। ताज़ा मामला लक्सर तहसील के डूंगरपुर गांव का है, जहां शनिवार की सुबह एक बुजुर्ग पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव निवासी सुरेश (उम्र लगभग 65 वर्ष) रोज़ की तरह तालाब किनारे टहलने गए थे। इसी दौरान पानी में छिपे एक मगरमच्छ ने उन पर अचानक हमला कर दिया और उन्हें खींचकर पानी में ले जाने की कोशिश की। बुजुर्ग की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और किसी तरह सुरेश को मगरमच्छ के चंगुल से छुड़ाया। हालांकि, इस हमले में सुरेश का हाथ गंभीर रूप से घायल हो गया।
स्थानीय चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत नाजुक देखते हुए उन्हें हरिद्वार के हरि विलास अस्पताल रेफर कर दिया है, जहां उनका इलाज जारी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए हैं और बच्चों को बाहर जाने से रोक दिया गया है। डरे-सहमे ग्रामीणों का कहना है कि यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी तालाब के आसपास वन्य जीवों की आवाजाही देखी गई है, लेकिन वन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
ग्राम प्रधान ने प्रशासन से मांग की है कि तालाब की तत्काल सफाई कराई जाए और मगरमच्छों को पकड़ा जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। साथ ही, गांव की सुरक्षा के लिए वन विभाग को निगरानी और गश्त तेज़ करने की अपील भी की गई है।
यह घटना वन विभाग की लापरवाही और ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा की बदहाल व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।