

कुमाऊं मंडल के कमिश्नर दीपक रावत ने सोमवार को अधिकारियों संग मीटिंग की जिसमें कार्यों में लापरवाही पाये जाने पर अधिकारियों को फटकार लगाई।
अधिकारियों संग कमिश्नर दीपक रावत
नैनीताल: कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने सोमवार को हल्द्वानी कैंप कार्यालय में एडीबी परियोजना की अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। इस दौरान आयुक्त दीपक रावत ने शहर में चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति पर नजर डाली।
मीटिंग में अधिकारियों ने बताया कि अब तक 302 किलोमीटर पेयजल लाइन और 50 किलोमीटर सीवर लाइन का काम पूरा हो चुका है। दो जलाशयों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है और छह नलकूपों की बोरिंग भी पूरी कर ली गई है।
बैठक में बताया गया कि इस प्रोजेक्ट के चलते तकरीबन 250 किलोमीटर सड़कें प्रभावित हुई हैं। इनमें से 65 किलोमीटर सड़कों को फिर से बना दिया गया है और 70 किलोमीटर पर सतह का काम भी खत्म कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि चार पेयजल टैंक बनाने के लिए वन विभाग से मंजूरी मिल चुकी है। वहां पेड़ों की कटाई की प्रक्रिया चल रही है और इसके बाद टैंक बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
समीक्षा बैठक में अम्बा नगर फेज वन की घटना भी सामने आई जहां रविवार सुबह जलभराव की शिकायत हुई थी। लोगों ने आरोप लगाया कि चार महीने से उस इलाके में कोई काम नहीं हुआ और एडीबी की तरफ से एक पिट को ढका भी नहीं गया था जिससे परेशानी बढ़ गई।
आयुक्त ने इसे गंभीर लापरवाही बताया और एडीबी अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी।
अधिकारियों ने कहा कि रविवार को तेज बारिश के चलते सिंचाई गूल से पानी भर गया था लेकिन अब उसे निकाल दिया गया है और सड़क का काम वहां चल रहा है।
आयुक्त दीपक रावत ने निर्देश दिए कि जहां-जहां सीवर या पेयजल लाइन डाली जा रही है वहां कोई भी गड्ढा खुला न छोड़ा जाए। अगर कहीं ऐसा है तो उसे तुरंत बेरिकेड्स से घेर दिया जाए ताकि लोगों को दूर से ही खतरे का अंदाजा हो सके।
उन्होंने कहा कि अगर बारिश में पिट नजर नहीं आया और कोई उसमें गिर गया तो बड़ी घटना हो सकती है। इसलिए इस बात का खास ख्याल रखा जाए। साथ ही सभी निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा करने के भी निर्देश दिए ताकि आम लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो।
इस दौरान यूयूएसडीए के परियोजना प्रबंधक कुलदीप समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।