

नैनीताल के रामनगर में स्थित जिम कार्बेट पार्क से बड़ी खबर सामने आ रही है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नैनीताल: उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। कॉर्बेट पार्क की ढेला रेंज के पथरूवा बीट में रविवार सुबह गस्त पर निकले तीन वनकर्मियों पर मधुमक्खियों ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में तीनों वनकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें आनन-फानन में रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह कॉर्बेट पार्क की ढेला रेंज में तैनात वन बीट अधिकारी राकेश कुमार दिवाकर, वनरक्षक महिपाल सिंह और दीपक कुमार रोज़ाना की तरह जंगल में गश्त पर निकले थे, लेकिन जैसे ही वे पथरूवा बीट के पास पहुँचे तभी वहां मौजूद मधुमक्खियों ने तीनों पर धावा बोल दिया।
उत्तराखंड : रामनगर स्थित कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज के पथरूवा बीट में एक दुर्लभ घटना घटी
➡️गश्त पर निकले तीन वनकर्मियों पर अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। ➡️घायलों को तत्काल रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। ➡️यह… pic.twitter.com/T49MeRNofw— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) May 18, 2025
घायल वन बीट अधिकारी राकेश कुमार दिवाकर ने बताया कि हम लोग रोज की तरह गश्त पर थे तभी अचानक मधुमक्खियों का झुंड उन पर टूट पड़ा। कुछ समझ में ही नहीं आया। हम जान बचाने की कोशिश करते रहे, लेकिन सभी बुरी तरह घायल हो गए।
मधुमक्खियों के हमले में घायल वनकर्मी
हमले के बाद पास की वन चौकी में तैनात अन्य कर्मियों ने सूझबूझ दिखाते हुए धुआं कर मधुमक्खियों को भगाया और तीनों घायल साथियों को तत्काल बाहर रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां उनका इलाज जारी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार डाक्टरों ने बताया कि मधुमक्खियों ने डंक मारकर उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया था। उन्हें गंभीर हालत में इमरजेंसी में लाया गया। मधुमक्खी के जहर का एंटीडोज समय रहते दिए जाने के कारण सभी की हालत में तेजी से सुधार हुआ है। दो घंटे तक निगरानी में रखने के बाद उनकी हालत में सुधार आया।
वन बीट अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि मधुमक्खियों का हमला जंगल में गश्त कर रहे वनकर्मियों के लिए नया खतरा बनकर सामने आया है। खासकर गर्मियों के मौसम में जब मधुमक्खियां ज्यादा सक्रिय रहती हैं, ऐसे में वन विभाग को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की ज़रूरत है।