

पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में एटा में मुस्लिम समाज का शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पहलगाम आतंकी हमला
एटा: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के खिलाफ एटा जिले के मुस्लिम समाज ने शुक्रवार को जुम्मे की नमाज़ के बाद एकजुट होकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, शहर की हर मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काली पट्टियां बांधकर आतंकवाद के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर किया।
मुस्लिम नेता ने कहा...
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मुस्लिम समाज के प्रखर नेता शराफत हुसैन काले ने इस अवसर पर कहा, “आतंक का कोई मजहब नहीं होता। ऐसी घटनाएं सिर्फ इंसानियत के खिलाफ हैं और मुस्लिम समाज हमेशा ऐसी हिंसा और बर्बरता का विरोध करता आया है।” उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की और यह भी कहा कि मुस्लिम समाज देश में अमन, एकता और भाईचारे के साथ खड़ा है।
“देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए एकजुट”
पहलगाम में हुए हमले को लेकर पाकिस्तान की नीतियों के खिलाफ भी नाराज़गी देखने को मिली। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आतंकवाद को पनाह देने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। लोगों ने यह भी जताया कि भारत में रहने वाला हर नागरिक, चाहे उसका धर्म कोई भी हो देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए एकजुट है।
पहलगाम में 28 लोगों की हुई थी मौत
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में कई घर बर्बाद हो गए। इस निर्मम हमले में आतंकियों ने बेगुनाह सैलानियों से धर्म पूछकर गोलियां बरसाईं, जिसमें 28 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। बता दें कि आतंकियों ने बच्चों और महिलाओं के सामने उनके पति, पिता और बेटों को चुन-चुनकर निशाना बनाया। कुछ पीड़ितों की शादी को अभी कुछ ही महीने बीते थे, लेकिन वह अब सिर्फ यादों में रह गए।
टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट टीआरएफ ने ली है। यह संगठन जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है और पहले भी कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है। यह हमला फरवरी 2019 में पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में होने वाला सबसे बड़ा आतंकवादी हमला है। टीआरएफ का लक्ष्य राज्य में तनाव फैलाना और सुरक्षा बलों को कमजोर करना है।