

हरिद्वार जिले की पुलिस ने बुधवार को रुड़की के गंगनहर कोतवाली क्षेत्र में वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पकड़े गए गिरोह के सदस्यों ने चौंकाने वाले खुलासे किये हैं।
हरिद्वार में वाहन चोर गिरोह पर कसा शिकंजा
Haridwar: हरिद्वार पुलिस अपराधियों पर कहर बनकर टूट रही है। इसी कड़ी में रुड़की के गंगनहर कोतवाली क्षेत्र में वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने एक सक्रिय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। जबकि एक अन्य आरोपी फरार होने में सफल रहा।
पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रमेंद्र डोभाल ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि पकड़े गए आरोपी नशे के आदी हैं और अपने महंगे शौकों को पूरा करने के लिए वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे।
जानकारी के अनुसार 1 जुलाई को चलाए गए चेकिंग अभियान के दौरान गंगनहर पुलिस को यह बड़ी सफलता हाथ लगी।मंगलौर हाईवे से चोरी की गई एक क्रेटा कार के साथ अजय पुत्र वीरपाल निवासी रुड़की को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दो और संदिग्धों तथा एक नाबालिग को हिरासत में लिया। इन सभी के कब्जे से सात मोटरसाइकिलें बरामद की गईं, जो अलग-अलग स्थानों से चोरी की गई थीं।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका गिरोह मोटर साइकिलों को चुराकर उन्हे स्वामी विवेकानन्द कालेज को जाने वाले रास्ते के सामने वाले बाग में छुपाकर रखते थे और फिर उन्हे मॉडिफाई कर के आगे बेच देते थे।
इसी क्रम में एक अन्य मामले में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक सिल्वर रंग की कार पनियाला से लाठरदेवा की ओर जा रही है, जिसमें चोरी की आशंका है। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर कार को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक पुलिस को चकमा देकर कार छोड़कर मौके से फरार हो गया।
फरार आरोपी की पहचान देवांश रावत पुत्र महिपाल सिंह रावत निवासी सुभाष नगर, रुड़की के रूप में हुई है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।
इस पूरे ऑपरेशन में कोतवाली प्रभारी आर.के. सकलानी, वरिष्ठ उप निरीक्षक अजय शाह, उप निरीक्षक प्रवीण बिष्ट, अपर उप निरीक्षक मनीष कवि तथा साइबर सेल की टीम ने विशेष भूमिका निभाई। पुलिस द्वारा गिरोह के आपराधिक इतिहास और नेटवर्क की जांच भी की जा रही है।
हरिद्वार पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में वाहन चोरी के मामलों में कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है।