

शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए चल रही छात्रवृत्ति पंजीकरण प्रक्रिया की धीमी रफ्तार पर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) श्रीमती आकांक्षा कोड़े ने कड़ा रुख अपनाया है। विकास भवन रोशनाबाद स्थित सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में सीडीओ ने इस मुद्दे को गंभीर लापरवाही बताते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी और जिला समाज कल्याण अधिकारी को फटकार लगाई।
प्रतीकात्मक छवि
Haridwar: हरिद्वार जिले में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए चल रही छात्रवृत्ति पंजीकरण प्रक्रिया की धीमी रफ्तार पर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) आकांक्षा कोड़े ने कड़ा रुख अपनाया है। विकास भवन रोशनाबाद स्थित सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में सीडीओ ने इस मुद्दे को गंभीर लापरवाही बताते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी और जिला समाज कल्याण अधिकारी को फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले का कोई भी पात्र छात्र छात्रवृत्ति से वंचित नहीं रहना चाहिए।
बैठक में सीडीओ आकांक्षा कोड़े ने कहा कि जिले के सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों की अद्यतन सूची तुरंत तैयार की जाए। साथ ही, नोडल अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर पात्र छात्रों का अधिक से अधिक पंजीकरण सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि छात्रवृत्ति जैसी संवेदनशील योजनाओं में लापरवाही को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बैठक के दौरान समाज कल्याण अधिकारी ने जानकारी दी कि इस संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी को छह बार रिमाइंडर भेजे जा चुके हैं, लेकिन अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी। इस पर नाराजगी जताते हुए सीडीओ ने सवाल उठाया कि इतनी गंभीर समस्या की सूचना उन्हें समय रहते क्यों नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी केवल एक विभाग की नहीं है, बल्कि सभी संबंधित अधिकारी और कर्मचारी संयुक्त रूप से तेजी से कार्य करें।
सीडीओ ने खंड विकास अधिकारियों और समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों को विशेष रूप से निर्देशित किया कि वे जमीनी स्तर पर जाकर छात्रों को छात्रवृत्ति पंजीकरण की प्रक्रिया से जोड़ें। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति योजनाएं गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों के भविष्य से सीधे तौर पर जुड़ी हैं। यदि पंजीकरण में ढिलाई बरती जाती है तो इसका सीधा नुकसान छात्रों की पढ़ाई पर पड़ेगा, जो किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है।
सीडीओ ने स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर पात्र छात्र को समय पर छात्रवृत्ति मिले और कोई भी बच्चा आर्थिक तंगी के कारण शिक्षा से वंचित न हो। उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि अब लापरवाही करने वालों की जवाबदेही तय होगी।
बैठक का मुख्य संदेश यही रहा कि छात्रवृत्ति पंजीकरण प्रक्रिया को प्राथमिकता के आधार पर तेजी से आगे बढ़ाया जाए और सभी पात्र छात्रों तक इसका लाभ समयबद्ध तरीके से पहुंचे।