

आईडीपीएल ऋषिकेश में केंद्रीय विद्यालय हेतु वन भूमि हस्तांतरण को मंजूरी मिल गई है।
हरिद्वार: आईडीपीएल ऋषिकेश क्षेत्र के हजारों छात्रों और अभिभावकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। केंद्रीय विद्यालय के निर्माण हेतु आवश्यक वन भूमि हस्तांतरण को आखिरकार सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। यह सफलता हरिद्वार के सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की निरंतर पहल का परिणाम है।
जानकारी के अनुसार बुधवार को श्री रावत ने एक बार फिर केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात कर इस महत्वपूर्ण विषय पर विस्तृत चर्चा की। बैठक के दौरान सांसद ने मंत्री को अवगत कराया कि ऋषिकेश क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय की अत्यधिक आवश्यकता है, क्योंकि यहां हजारों छात्र शिक्षा की बेहतर सुविधा से वंचित हैं। उन्होंने बताया कि वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया में आ रही जटिलताएं छात्रों के भविष्य में अवरोध पैदा कर रही हैं।
इस पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने तत्काल गंभीरता दिखाते हुए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की और अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा की। मंत्री ने वन भूमि हस्तांतरण के लिए सैद्धांतिक सहमति प्रदान की और स्पष्ट निर्देश दिए कि इस प्रक्रिया को प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय निर्माण से क्षेत्रीय शैक्षिक स्तर में बड़ा सुधार आएगा।
सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंत्री भूपेंद्र यादव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय ऋषिकेश व आसपास के क्षेत्र के विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए उम्मीद की नई किरण है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे इस विषय की नियमित निगरानी करते रहेंगे ताकि शीघ्र ही विद्यालय निर्माण की प्रक्रिया धरातल पर उतर सके।
यह निर्णय न केवल शैक्षिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि ऋषिकेश क्षेत्र के सामाजिक विकास के लिए भी एक मील का पत्थर साबित होगा।