

उत्तराखंड के हल्द्वानी से एक बड़ी और दिल दहलाने वाली खबर सामने आ रही है, जहां ऑनलाइन गेम का नशा मौत का कारण बन गया। जिसके चलते एक खुशहाल परिवार में मातम छा गया। पूरी घटना जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
हल्द्वानी में दर्दनाक हादसा
Haldwani: उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां ऑनलाइन लूडो गेम में लाखों रुपये हारने के बाद एक बीएससी की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। बता दें कि यह मामला बरेली रोड स्थित स्पेरो कॉलोनी का है। बताया जा रहा है कि 21 वर्षीय युवती एमबीपीजी कॉलेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और पिछले कुछ महीनों से मोबाइल पर लूडो गेम खेल रही थी।
मुनाफा बना नशा
परिवार के अनुसार छात्रा गेम में शुरुआत में कुछ पैसे जीत गई थी जिससे उसे लगा कि वह इससे बड़ा मुनाफा कमा सकती है। धीरे-धीरे यह खेल उसके लिए एक नशा बन गया और वह लगातार बड़ी रकम दांव पर लगाने लगी। बताते चलें कि कुछ ही समय में उसने चार से पांच लाख रुपये गंवा दिए। यह पैसे उसने अपने माता-पिता से छिपाकर खर्च किए थे।
फंदे से लटकी हुई थी छात्रा
शुक्रवार को जब घर में उसकी मां और छोटा भाई किसी काम से बाजार गए थे तो वह अकेली थी। इसी दौरान उसने अपने कमरे में खुदकुशी कर ली। जब परिवार वाले लौटे तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक आवाज देने के बाद जब दरवाजा तोड़ा गया तो छात्रा फंदे पर लटकी मिली। परिवार वालों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस
पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल भिजवाया गया। मिली जानकारी के अनुसार कमरे की तलाशी के दौरान एक सुसाइड नोट बरामद हुआ जिसमें उसने ऑनलाइन लूडो गेम में लाखों रुपये हारने की बात लिखी थी। उसने लिखा कि वह इस नुकसान को सह नहीं पा रही है और अब जीना नहीं चाहती।
मामले पर हल्द्वानी कोतवाली प्रभारी का बयान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि छात्रा के पिता अल्मोड़ा में पुलिस विभाग में तैनात हैं। उन्होंने बेटी के इस कदम पर गहरा दुख जताया है। हल्द्वानी कोतवाली प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि मामले की जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ऑनलाइन गेम आजकल हर कोई खेलता है कोई इसे सिर्फ मंनोरजन के तौर पर खेलता है तो कुछ लोगों की ये आदत बन जाती है। जब इसकी आदत यानी नशा हो जाता है तो लोग अपनी जान भी ले लेते हैं। इसलिए ध्यान दें कि खेल को खेल की तरह ही खेले इसे आदत या नशा ना बनाए।