

उत्तराखंड संस्कृत अकादमी, बहादराबाद हरिद्वार में शुक्रवार को उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा एक विशेष प्रचार-प्रसार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षा जगत से जुड़े विद्वान तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
हरिद्वार में शिक्षा को लेकर नई पहल
Haridwar: उत्तराखंड संस्कृत अकादमी, बहादराबाद हरिद्वार में शुक्रवार को उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा एक विशेष प्रचार-प्रसार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षा जगत से जुड़े विद्वान तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के सचिव डॉ. वाजश्रवा आर्य ने सभी अतिथियों का स्वागत कर किया। उन्होंने कहा कि आज के समय में मुक्त और दूरस्थ शिक्षा समाज की बड़ी आवश्यकता है। उच्च शिक्षा को घर-घर पहुंचाने का कार्य उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय बखूबी कर रहा है। इस पहल से वे विद्यार्थी जो समय, स्थान या पारिवारिक परिस्थितियों के कारण उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते थे, उन्हें शिक्षा का अवसर मिल रहा है।
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. बृजेश बनकोटी ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने हेतु स्थान, समय और उम्र की कोई बाध्यता नहीं है। कोई भी व्यक्ति—चाहे घरेलू महिला हो, नौकरीपेशा व्यक्ति हो, या वे छात्र जिनकी पढ़ाई बीच में रुक गई हो—विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में दाखिला ले सकता है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में बीए, बीएससी, एमए, एमएससी, बीएड, पीएचडी सहित अनेकों डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध हैं। इन सभी में ऑनलाइन माध्यम से uou.ac.in वेबसाइट पर प्रवेश लिया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेश के कोने-कोने में उच्च शिक्षा की अलख जगाने का कार्य कर रहा है।
संस्कृत अकादमी के शोध अधिकारी डॉ. हरीश चंद्र गुरुरानी ने कहा कि ज्ञान प्राप्त करने की कोई उम्र नहीं होती। कोई भी व्यक्ति किसी भी अवस्था में पढ़ाई जारी रख सकता है। उन्होंने संस्कृत अकादमी द्वारा संचालित "संस्कृत ग्राम योजना" का उल्लेख करते हुए मुक्त विश्वविद्यालय से आग्रह किया कि वे इस अभियान से जुड़कर गांव-गांव में उच्च शिक्षा पहुंचाने का प्रयास करें।
कार्यक्रम में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित चौहान, ग्राम प्रधान वीरेंद्र पाल, गणेश प्रसाद फोन्दणी, मनीषा चंचल, विवेक पंचभईया, पंकज सिंह रावत, मोहित सिंह रावत, कविता शर्मा सहित अनेक शिक्षाविद एवं कार्मिक मौजूद रहे। अंत में सभी उपस्थित लोगों ने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय से जुड़ने और उच्च शिक्षा को समाज के अंतिम छोर तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
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