

देहरादून के डोईवाला क्षेत्र में हाल ही में एक विशाल सांप देखा गया, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। सर्प मित्र भारत भूषण ने मौके पर पहुंचकर सांप को सुरक्षित रूप से पकड़ा और जंगल में छोड़ दिया। इस घटना ने क्षेत्र में उत्सुकता और चर्चा को बढ़ा दिया।
आबादी क्षेत्र में घुसा खतरनाक किंग कोबरा
Dehradun: डोईवाला क्षेत्र में बुल्ला वाला आबादी क्षेत्र में एक किंग कोबरा घुस आया, जिससे स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मच गई। यह सांप करीब 10 से 12 फीट लंबा था और इलाके में घुसने के बाद लोगों में डर का माहौल बन गया था।
सर्प मित्र भारत भूषण कौशल पेल्ले ने मौके पर पहुंचकर इस किंग कोबरा को सुरक्षित तरीके से पकड़ा। भारत भूषण पहले भी कई बड़े और जहरीले सांपों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर चुके हैं। उन्होंने अपनी टीम के साथ इस सांप को बिना किसी नुकसान के पकड़ने में सफलता प्राप्त की और इसे जंगल में छोड़ने के बाद ही सांप को सुरक्षित पाया।
भारत भूषण ने बताया कि किंग कोबरा का जहर अत्यधिक घातक होता है। यह सांप अपनी रक्षा करते हुए हमला कर सकता है, इसलिए इसे पकड़ने में बहुत सावधानी बरती गई। सर्प मित्र ने बताया कि इस सांप को रेस्क्यू करने में भारी प्रयास और संयम की जरूरत थी।
देहरादून के डोईवाला में सर्प मित्र भारत भूषण ने 10-12 फीट लंबे किंग कोबरा को आबादी क्षेत्र से सुरक्षित रूप से पकड़ा और उसे जंगल में छोड़ दिया। इस खतरनाक सांप के रेस्क्यू के बाद, भारत भूषण ने लोगों से सांपों के साथ छेड़छाड़ न करने की अपील की है। #SnakeRescue #KingCobra… pic.twitter.com/rJ5Fh3niP1
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 13, 2025
भारत भूषण ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे सांपों के साथ छेड़छाड़ न करें। अगर किसी सांप की जानकारी मिले तो तुरंत वन विभाग या सर्प मित्र से संपर्क करें। उन्होंने कहा, "सांपों का हमारे पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण स्थान है और हमें इन्हें बचाना चाहिए, न कि मारना चाहिए।"
भारत भूषण ने यह भी बताया कि सांपों को यदि न डिस्टर्ब किया जाए तो वे किसी भी मानव बस्ती के पास नहीं आते। सांपों का काम पारिस्थितिकी तंत्र में संतुलन बनाए रखना होता है, इसलिए उन्हें मारने की बजाय संरक्षित करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को सांपों के बारे में सही जानकारी और जागरूकता की आवश्यकता है।
भारत भूषण के प्रयासों की क्षेत्रीय निवासियों ने सराहना की। उनका कहना है कि इस तरह के रेस्क्यू कार्यों से लोगों में सांपों के प्रति डर कम होता है और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी बढ़ती है। सर्प मित्र की मेहनत और संयम ने न सिर्फ सांप की जान बचाई, बल्कि स्थानीय लोगों को सांपों के महत्व और उनकी रक्षा के बारे में जागरूक किया।