

जौनसार-बाबर की महिलाओं पर टिप्पणी करने वालों के खिलाफ विकासनगर में रोष व्याप्त है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने वालों का पुतला दहन
देहरादून: जौनसार-बाबर की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने वालों के खिलाफ लोगों का गुस्सा सातवे आसमान पर है। विकास नगर के डाकपत्थर रोड तिराहे पर जौनसार बाबर के समाजसेवी कमलेश भट्ट के नेतृत्व में कई लोगों ने जौनसार बाबर और नेपाली मूल की महिलाओं के ऊपर सोशल मीडिया में अभद्र टिप्पणी करने वाले लोगों का पुतला दहन किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार आक्रोशित लोगों ने प्रदर्शन कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि पुलिस द्वारा इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई की गई न कोई कोई मुकदमा दर्ज किया गया। जिसको लेकर लोगों में काफी रोष है।
कमलेश भट्ट ने बताया कि सोशल मीडिया में जौनसार-बाबर की महिलाओं के ऊपर अमर्यादित टिप्पणी की गई है। पुलिस में एफआईआर दर्ज होने के बाद भी आरोपियों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। हमारे क्षेत्र में महिलाओं को सम्मान दिया जाता है।
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए अन्यथा जौनसार-बाबर के लोग सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे।
अरविंद चौहान ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ अश्लील टिप्पणी की गई है। जो हम लोग बर्दास्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों की पुलिस से यह मांग है कि आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए। हम महिलाओं का अपमान नहीं सहेंगे।
गौरतलब है कि आजादी की लड़ाई में उत्तराखंड के जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के वीर शहीदों की भी अहम भूमिका रही है। इनमें प्रमुख नाम है क्यावा के वीर शहीद केसरीचंद का, जिन्होंने आजादी की खातिर अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए। उनकी स्मृति में चकराता के रामताल गार्डन में हर साल तीन मई को लगने वाले मेले में हजारों लोग जुटते हैं।
देहरादून जनपद स्थित जौनसार-बावर अपनी अनूठी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। सामूहिक रूप से पारंपरिक लोकनृत्य हर किसी को मंत्रमुग्ध करता है।