Dehradun Crime News: अधिक मुनाफे का झांसा देकर ग्राहकों को फंसाया, ऐसे की करोड़ों की धोखाधड़ी

उत्तराखंड के देहरादून में शनिवार को माइक्रो फाइनेंस कंपनी द्वारा अपने ग्राहकों से बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को कंपनी की निदेशक समेत छह नामजद और अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 4 October 2025, 1:01 PM IST
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Dehradun: राजधानी के नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र स्थित दून समृद्धि निधि लिमिटेड नाम की एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी ने अपने 100 से भी अधिक ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये का चूना लगाया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को कंपनी की निदेशक समेत छह नामजद और अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार इस कंपनी में दैनिक जमा योजना, फिक्स डिपोजिट और रिकरिंग डिपोजिट के खाते खोले जाते थे। इनमें पैसे जमा करवाकर इसके बदले बड़े ब्याज का झांसा दिया जाता था।

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पुलिस का बयान

थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि यह कंपनी मुनाफे का लालच देती थी। जिससे लोग उसमें अधिक से अधिक पैसे जमा करते थे। इस मामले में चौकी प्रभारी बाईपास प्रवीण पुंडीर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

चौकी प्रभारी ने तहरीर देकर बताया कि वर्ष 2022 में नीलम चौहान और जगमोहन चौहान ने दून समृधि निधि लिमिटेड नाम की माइक्रो फाइनेंस कंपनी शुरू की थी। ये दोनों पति-पत्नी हैं। इसका कार्यालय दून विवि रोड स्थित संस्कार एन्क्लेव में है। कंपनी में अलग-अलग पदों पर कई लोगों को शामिल किया गया था। साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में करीब 30 एजेंट भी तैनात किए गए थे।

जगमोहन सिंह चौहान कंपनी के कार्यालय में बैठकर कंपनी का सारा लेनदेन का कार्य देखता था तथा लोगों के साथ ठगी एवं धोखाधड़ी के उद्देश्य से लोगों को अधिक ब्याज का लालच देकर कंपनी में खाता खोलने के लिए कहता था। लोगों ने जगमोहन सिंह के झांसे में आकर आरडी,एफडी व डीडीएस के खाते खोले थे।

जगमोहन सिंह चौहान ने कार्यालय में जोनल हेड के रूप में कमलेश बिजल्वाण निवासी जीवनवाला भानियावाला डोईवाला, ब्रांच हेड कुसुम शर्मा निवासी टीएचडीसी कालोनी एमडीडीए केदारपुरम नेहरू कालोनी, एडमिन मैनेजर अनित रावत निवासी मोथरोवाला डांडी नेहरू कालोनी व दीपिका को कैशियर के रूप में रखा था।

इस कंपनी में 100 से भी अधिक ग्राहकों को जोड़ा गया था। इनसे करोड़ों रुपये की धनराशि जमा कराई गई थी। इसके बाद लोगों के पैसे लेकर कंपनी की निदेशक नीलम चौहान और संस्थापक जगमोहन चौहान फरार हो गए। कई लोगों ने इस संबंध में शिकायत की थी।

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थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि पुलिस इसमें फंसे लोगों की संख्या और धनराशि का आकलन कर रही है। इसके अलावा कंपनी के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि कंपनी की निदेशक नीलम चौहान, संस्थापक जगमोहन चौहान के अलावा कमलेश बिजल्वाण, कुसुम शर्मा, अनित रावत और दीपिका समेत अन्य एजेंटों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।

Location : 
  • Dehradun

Published : 
  • 4 October 2025, 1:01 PM IST