

उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है। कई घर बह गए और अब तक चार लोगों की मौत और 50 से अधिक के लापता होने की खबर है। कई घर सैलाब में बह गये हैं। हताहतों की संख्या बढ़ने की संभावना है। सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।
धराली में कहर बनकर टूटा बादल
Uttarkashi: उत्तराखंड में उत्तरकाशी जनपद के धराली गांव के लिए मंगलवार का दिन सबसे बड़ा अमंगल लेकर आया। धराली गांव में कुदरत ने जिस तरह का कहर बरपाया, उसने पूरे क्षेत्र समेत कई लोगों को कभी न भरने वाले जख्म दे दिये। बादल फटने के बाद नाले में जबरदस्त उफान आया और पहाड़ का पूरा मलबा गांव में घुस गया। इस घटना से धराली गांव के कई घर बह गये और बड़ी तबाही मच गई। एक दर्जन मौतों की खबर हैं। कई लोग और घर सैलाब में बह गये हैं। कुछ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
बादल फटने की इस घटना के कारण धराली गांव के अब तक लगभग एक दर्जन लोगों की मौत की खबर है। हालांकि आधिकारिक तौर पर 4-5 लोगों की मौत की पुष्टि कई है। हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। बड़ी संख्या में गांव के लोग लापता बताये जा रहे हैं। कई घर मलबे में तब्दील हो गये हैं और कई घर बरसाती नाले के मलबे में जमीदोज होकर बह गये है। क्षेत्र में दूर-दूर तक इस तबाही के निशान देखने को मिल रहे हैं। गांव के आसपास के लोगों में भय का माहौल है।
बचाव टीम ने कई लोगों को किया रेस्क्यू
इस घटना के बाद रेसक्यू के लिये गांव पहुंची टीम द्वारा अब तक 15-20 लोगों को सुरक्षित निकाले जाने की खबर है। राहत और बचाल कार्य जोरों पर है।
इस घटना ने उत्तराखंड से लेकर दिल्ली और देश तक को हिलाकर रख दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह लगातार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संपर्क में हैं और राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये जा रहे हैं। पीएम मोदी समेत गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर गहरा दुख जताया। अमित शाह ने केंद्र की ओर से पूरी मदद का आश्वासन दिया है।
केंद्र ने भारतीय सेना समेत आटीबीपी, एनडीआरएफ को रेसक्यू ऑपरेशन के लिये भेजा है। दूसरी तरफ उत्तराखंड पुलिस, प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की कई टीमें मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है।
उत्तरकाशी में बादल फटने से भारी तबाही, सीएम धामी ने जताया दुख...'X' पर लिखा- राहत एवं बचाव कार्यों के लिए SDRF, NDRF, जिला प्रशासन तथा अन्य संबंधित टीमें युद्ध स्तर पर जुटी हुई हैं।#cloudburst #Uttarakhand #viralvideo #Disaster #PushkarSinghDhami@pushkardhami pic.twitter.com/6q51IWny07
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) August 5, 2025
50 से अधिक लोग लापता
उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि 50 से अधिक लोग लापता हैं। कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।
सेना और राहत एजेंसियां मौके पर
भारत-तिब्बत सीमा बल (ITBP), एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर राहत-बचाव कार्य में लगी हैं। सेना की 150 सदस्यीय टीम ने मौके पर पहुंचकर 15-20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है और घायलों को हर्षिल स्थित चिकित्सा केंद्र भेजा गया है।
प्रशासनिक तंत्र सक्रिय
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट और एसपी घटनास्थल पर रवाना हो गए हैं। राज्य सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए युद्ध स्तर पर राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी सक्रिय हैं। गढ़वाल मंडल के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने कहा कि भारी मात्रा में संपत्ति का नुकसान हुआ है। सेना की तैनाती के चलते रेस्क्यू कार्य तेज़ी से हो रहा है।
धराली गांव में कई घर बहे
मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्थिति गंभीर है, लेकिन सरकार पूरी तरह सतर्क है। राहत और बचाव कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
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धराली की संवेदनशीलता और लोकेशन
धराली गांव गंगोत्री धाम से 18 किमी और देहरादून से लगभग 218 किमी दूर स्थित है। यह क्षेत्र भौगोलिक रूप से संवेदनशील है और मानसून के दौरान यहां अक्सर भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं होती रहती हैं।
स्थिति पर लगातार निगरानी
सेना और राहत एजेंसियां लापता लोगों की खोज में जुटी हुई हैं। ड्रोन, सैटेलाइट फोन और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से इलाके की निगरानी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर प्रभावित लोगों को सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।