

नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दिन हुए बवाल को लेकर पुलिस ने भाजपा जिलाध्यक्ष सहित 31 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मामले की अगली सुनवाई 18 अगस्त को हाईकोर्ट में होगी।
Nainital: नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में जिपं सदस्यों के गायब होने के मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए बीजेपी जिलाध्यक्ष और अन्य 10 नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इसके साथ ही 15 से 20 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के दिन जमकर बवाल हुआ। बीते 14 अगस्त को मतदान के दौरान शहर में इतनी गहमागहमी और हंगामा हुआ कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई थी। दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों ने एक-दूसरे पर समर्थक सदस्यों को गायब करने और अपहरण करने का आरोप लगाया था।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी पुष्पा नेगी और कुछ अन्य सदस्यों के परिजनों ने पुलिस को तहरीर दी थी जिसके आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है।
चुनाव के दिन शहर में पांच जिला पंचायत सदस्य डिकर सिंह मेवाड़ी, विपिन सिंह, तरुण कुमार शर्मा, दीप सिंह बिष्ट और प्रमोद सिंह गायब हो गए थे। जिसे कांग्रेस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा अपहरण कराए जाने का आरोप लगाया था। बीजेपी की ओर से भी आरोप लगाए गए थे।
हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप के बीच राज्य निर्वाचन आयोग ने देर रात मतगणना पूरी कराई थी लेकिन नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया गया है।
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जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि परिणाम सीलबंद लिफाफे में डबल लॉकर में रखे गए हैं और सभी प्रत्याशियों को इसकी जानकारी दे दी गई है 18 अगस्त को हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी और कोर्ट के निर्देशों के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।
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गौरतलब हो कि 14 अगस्त को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने खुद से और हल्द्वानी से कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश के साथ मारपीट का आरोप लगाया था। इस मामले में कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा भी किया था। कांग्रेस ने बीजेपी पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया था।