

नैनीताल में लगातार हो रही बारिश के कारण झील का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जो 87.2 फीट तक पहुंच चुका है। सिंचाई विभाग ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए झील के निकासी गेट को दो इंच खोलने का आदेश दिया। इसके बाद, प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को सोशल मीडिया और मुनादी के माध्यम से सतर्क किया गया। प्रशासन और पुलिस की टीम स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं। यदि जलस्तर बढ़ता है, तो गेट को और खोला जाएगा और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा सकता है।
नैनीताल झील
Nainital: लगातार हो रही बारिश के कारण नैनीताल में झील का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया है। पिछले सात दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे झील के जलस्तर में निरंतर वृद्धि हो रही है। बुधवार को जब जलस्तर 87.2 फीट तक पहुंच गया, तो सिंचाई विभाग ने झील के निकासी गेट को दो इंच खोलने का आदेश दिया। विभाग का कहना है कि यदि जलस्तर और बढ़ता है तो निकासी गेट को और खोला जाएगा।
ब्रिटिश काल के बनाए गए मानकों के अनुसार, झील का जलस्तर 88.5 फीट तक बढ़ने पर आपदा की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए जब जलस्तर 87.2 फीट तक पहुंचा, तब आपदा नियंत्रण कक्ष को इस बारे में जानकारी दी गई और निकासी गेट खोलने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही, सोशल मीडिया के माध्यम से हरिनगर, धोबीघाट और वीरभट्टी जैसे प्रभावित इलाकों के निवासियों को सतर्क किया गया। पुलिस ने भी मुनादी कर लोगों से निकासी नालों के पास जाने से बचने की अपील की।
सूचना मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग ने स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखी और निकासी व्यवस्था को प्रभावी बनाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। सिंचाई विभाग ने स्पष्ट किया कि झील का जलस्तर अगर नियंत्रित नहीं होता तो निकासी गेट को और खोला जाएगा ताकि स्थिति बिगड़े नहीं। साथ ही, प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
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इस समय झील के आसपास के क्षेत्रों में लगातार जलस्तर पर नजर रखी जा रही है और हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासन ने कहा कि अगर जलस्तर और बढ़ता है, तो स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा सकता है। फिलहाल, स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है और स्थानीय प्रशासन द्वारा अतिरिक्त कदम उठाए जा रहे हैं।