

उत्तराखंड के रामनगर से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां विदेशी नागरिक गंभीर हालत में मिला। पूरी खबर के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
जर्मन नागरिक घायल
रामनगर: उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे गर्जिया क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक विदेशी नागरिक घायल अवस्था में मिला। बता दें कि ग्रामीणों ने एक विदेशी नागरिक को घायल अवस्था में पड़ा पाया, जिसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, यह व्यक्ति पिछले चार–पांच दिनों से क्षेत्र में घूमता देखा जा रहा था। शनिवार को जब वह गंभीर रूप से घायल और कमजोर अवस्था में जंगल में पड़ा मिला, तो ग्रामीणों ने मानवीयता दिखाते हुए पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल विदेशी नागरिक को प्राथमिक सहायता देते हुए कोतवाली ले गई।
विदेशी नागरिक की हुई पहचान
बाद में उसे मेडिकल सहायता के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस के मुताबिक, विदेशी की पहचान 54 वर्षीय ब्रानीष लाव (Branisch Law) के रूप में हुई है, जो जर्मनी का नागरिक है। उसकी मानसिक स्थिति स्थिर नहीं लग रही है और वह अपने बारे में ठीक से जानकारी नहीं दे पा रहा है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि उसके पासपोर्ट और अन्य जरूरी दस्तावेज भी गायब हो गए हैं।
मामले पर रामनगर के सीओ का बयान
रामनगर के क्षेत्राधिकारी (सीओ) सुमित पांडे ने बताया कि ब्रानीष लाव भारत में स्पिरिचुअलिज़्म (आध्यात्मिकता) की खोज में आए थे, उन्होंने बताया कि विदेशी नागरिक बोधगया और धर्मशाला जैसे धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर चुका है। हाल ही में नैनीताल जिले के प्रसिद्ध गर्जिया मंदिर आया हुआ था, यहां आने के कुछ समय बाद ही उसकी स्थिति बिगड़ गई।
सीओ पांडे के अनुसार, ब्रानीष लाव की मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही है, जिससे पूछताछ में कठिनाई आ रही है। भाषा संबंधी बाधाओं को देखते हुए पुलिस ने ट्रांसलेटर की मदद ली है ताकि उनकी स्थिति और उद्देश्यों को बेहतर ढंग से समझा जा सके। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि वह कई दिनों से भोजन और नींद की कमी से जूझ रहा था, जिससे उसकी शारीरिक और मानसिक हालत और बिगड़ गई।
पुलिस की जांच शुरू
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि विदेशी नागरिक भारत में कब आया, किस वीजा पर आया और उसका संपर्क कहां-कहां हुआ है। पासपोर्ट और अन्य दस्तावेजों की गुमशुदगी को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या उसके साथ किसी प्रकार की ठगी या आपराधिक गतिविधि हुई है।
फिलहाल ब्रानीष लाव को मेडिकल इमरजेंसी के तहत चिकित्सकीय निगरानी में भेजा गया है, पुलिस द्वारा नियमानुसार मामले की जांच की जा रही है और विदेशी दूतावास से भी संपर्क किया जा रहा है ताकि आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा सके।