

लखीमपुर खीरी में महिला ने सुसाइड नोट में खुद को जिम्मेदार बताया। पति और ससुरालवालों से माफी मांगी, बच्चों के लिए जायदाद छोड़ने की इच्छा जताई। मामला जांच में है।
मृतक महिला (सोर्स- इंटरनेट)
Lakhimpur Kheri: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जहां कमलापुर क्षेत्र में 25 वर्षीय अंजली ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस दौरान महिला ने तीन पेज का सुसाइड नोट लिखा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार सुसाइड नोट में महिला ने अपनी मौत के लिए खुद को जिम्मेदार बताया और पति संगम व ससुरालवालों से माफी मांगी। अंजली ने लिखा, आप मुझे समझ नहीं पाए, बस इतनी शिकायत है।
ये है पूरा मामला
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कमलापुर में रहने वाले संगम (उम्र 27 वर्ष) की शादी 2020 में अंजली से हुई थी। दोनों के 2 बच्चे कार्तिक (उम्र 4 साल) और प्रियल (उम्र 3 साल) हैं। अंजली एक हफ्ते पहले अपने बच्चों को लेकर अपने मायके गई थी और वह बीते दिन ससुराल लौटी थी।
अंजली ने बच्चों को खाना खिलाने के बाद उन्हें सुला दिया और फिर बाथरूम में जाकर जहर खा लिया। जब पति संगम कमरे में पहुंचा, तो अंजली बाथरूम के फर्श पर बेसुध पड़ी थी। परिजन तुरंत उसे जिला अस्पताल लेकर गए, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान देर रात करीब 3 बजे उसकी मौत हो गई।
मैं आपसे लड़ती थी, अब नहीं करूंगी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और इस दौरान पुलिस को कमरे से मिला तीन पेज का सुसाइड नोट मिला, जो बेहद ही भावुक करने वाला था। अंजली ने लिखा कि मैं आपसे लड़ती थी, अब नहीं करूंगी। चिक-चिक करती थी, अब नहीं करूंगी। I’m sorry। मेरी कसम, मेरे बाद दूसरी शादी जरूर करना। मैं आपको खुश देखना चाहती हूं।
अंजली ने अपनी अंतिम इच्छा जताते हुए लिखा कि उसके दोनों बच्चों को उसकी संपत्ति में बराबर हिस्सा दिया जाए। मेरे पैसों से कफन लाना, सिंदूर अपने पैसों से लाना। मेरी जिंदगी यहीं तक थी।
ससुरालवालों को बताया निर्दोष
सुसाइड नोट में अंजली ने पति संगम और ससुरालवालों को निर्दोष बताया और लिखा कि उनकी कोई गलती नहीं है, इसलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए। हालांकि, अंजली के भाई सुरजीत ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
भाई ने ससुराल पक्ष पर लगाया आरोप
भाई ने कहा कि अंजली को दहेज को लेकर लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा था। अंजली को जहर जबरन दिया गया। बहन के बहनोई ने भी इसमें सहयोग किया है। सभी के खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और सुसाइड नोट को जब्त कर जांच शुरू कर दी है। अंजली की मौत से दोनों परिवारों में शोक का माहौल है। यह घटना न सिर्फ एक परिवार की टूटन है, बल्कि उन सामाजिक दबावों और मानसिक पीड़ा की गहरी कहानी भी कहती है, जो आज भी कई महिलाओं की ज़िंदगी को चुपचाप निगल रही है।