

अतिक्रमण के खिलाफ न्याय की गुहार, प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता पर उठ रहे सवाल,तहसील परिसर में डटा पूरा परिवार। पढिये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
विक्रम पासवान का आमरण अनशन
नौतनवा: ग्राम गंगवलिया टोला करौता निवासी विक्रम पासवान का तहसील परिसर में आमरण अनशन 12वें दिन भी जारी रहा। अपने परिवार के साथ वे सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे के खिलाफ न्याय की मांग कर रहे हैं। विक्रम का कहना है कि गांव की सरकारी जमीन, जिसमें प्राथमिक विद्यालय और मुख्य मार्ग जैसी सार्वजनिक संपत्तियां शामिल हैं, पर वर्षों से अतिक्रमण है। इसकी शिकायत 2011 से की जा रही है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार वर्ष 2021 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अतिक्रमण हटाने का स्पष्ट आदेश दिया था, फिर भी तहसील प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। विक्रम ने पूर्व ग्राम प्रधान और संबंधित लेखपाल पर अतिक्रमणकारियों से मिलीभगत का गंभीर आरोप लगाया। उनका कहना है कि प्रशासन प्रभावशाली लोगों के दबाव में अतिक्रमण को अनदेखा करता है। कभी-कभी दिखावे के लिए कार्रवाई होती है, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति जस की तस रहती है।
मिलीभगत का आरोप
विक्रम ने प्रशासन पर अतिक्रमणकारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि न्यायिक आदेशों की अनदेखी जारी रही, तो आमजन के लिए न्याय असंभव हो जाएगा। उनके अनशन ने स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण की समस्या लंबे समय से बनी हुई है, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण कोई समाधान नहीं निकल रहा। विक्रम और उनका परिवार अतिक्रमण हटने तक अनशन जारी रखने के लिए अडिग है। यह मामला अब नौतनवां में चर्चा का केंद्र बन गया है।