

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग आमजन से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण में अभूतपूर्व तेजी दिखा रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग आमजन से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण में अभूतपूर्व तेजी दिखा रहा है। विभाग न केवल समस्याओं के समाधान पर कार्य कर रहा है, बल्कि उनकी नियमित समीक्षा भी कर रहा है। 1 जनवरी 2025 से 10 जून 2025 के बीच ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े ट्रांजेक्शन – जैसे नवीनीकरण, अतिरिक्त प्रविष्टि, रिप्लेसमेंट, डुप्लीकेट, व पता परिवर्तन – के कुल 4,05,661 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से 4,02,524 आवेदनों का निस्तारण सफलतापूर्वक और समयबद्ध रूप से कर दिया गया, जो कि 99.23% की उल्लेखनीय सफलता दर है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इस समीक्षा से यह भी पता चला कि वर्तमान में केवल 3,137 आवेदन लंबित हैं, जो विभाग की दक्ष कार्यप्रणाली और सक्रिय प्रशासनिक व्यवस्था को दर्शाता है। प्रयागराज जिले में कुल 13,684 में से सिर्फ 189 (1.38%) और हापुड़ में 3,049 में से मात्र 87 (2.85%) आवेदन लंबित रहे – यह बताता है कि अधिकतर जिले कार्य निष्पादन में उत्कृष्ट हैं।
हालांकि कुछ जिले जैसे श्रावस्ती (5.67%), गोंडा (5.37%) और बलरामपुर (4.85%) में अपेक्षाकृत अधिक मामले लंबित पाए गए। इन्हें लेकर परिवहन विभाग ने विशेष मॉनिटरिंग की व्यवस्था लागू की है। संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे लंबित मामलों का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करें।
विभागीय समीक्षा में यह भी सामने आया कि सोशल मीडिया जागरूकता अभियान, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का सटीक उपयोग, और “पेपरलेस, फेसलेस, कैशलेस” नीति के कारण त्रुटिपूर्ण आवेदनों की संख्या में भारी कमी आई है। इससे पारदर्शिता बढ़ी है और सेवाओं तक आमजन की पहुंच और अधिक सरल हो पाई है।
परिवहन आयुक्त बृजेश नारायण सिंह ने कहा कि “हमारा उद्देश्य नागरिकों को तेज़, सरल और पारदर्शी सेवाएं देना है। विभाग लगातार जिलों की समीक्षा करता रहेगा और लंबित मामलों के समाधान हेतु सभी संसाधनों का उपयोग करेगा।”
उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग का यह नया रिकॉर्ड प्रशासनिक दक्षता और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।