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अवैध वसूली और मोरंग चोरी के खेल में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले में खनिज अधिकारी, RTO ड्राइवर समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। यह नेटवर्क बांदा जिले से फतेहपुर के असोथर थाना क्षेत्र तक फैला हुआ था।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
Fatehpur: फतेहपुर में ओवरलोड वाहनों से अवैध वसूली और मोरंग चोरी के खेल में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले में खनिज अधिकारी, आरटीओ ड्राइवर समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। यह नेटवर्क बांदा जिले से फतेहपुर के असोथर थाना क्षेत्र तक फैला हुआ था। कार्रवाई के दौरान एसटीएफ ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि बाकी की तलाश जारी है।
जानकारी के मुताबिक, असोथर-थरियांव थाना क्षेत्र में ओवरलोड मोरंग लदे ट्रकों से अवैध वसूली की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं। एसटीएफ लखनऊ की टीम ने सूचना के आधार पर छापा मारा, जिसमें खनिज और परिवहन विभाग से जुड़े लोगों की मिलीभगत उजागर हुई।
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STF निरीक्षक दीपक सिंह की तहरीर पर थरियांव थाने में खनिज चोरी, खनिज अधिनियम और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। जिनमें खनिज अधिकारी, फतेहपुर, आरटीओ का ड्राइवर बबलू पटेल, खनिज अधिकारी का गनर राजू, लोकेटर धीरेन्द्र सिंह, ट्रक ड्राइवर विक्रम सिंह, मुकेश तिवारी हैं।
करीब एक माह पूर्व असोथर थाना क्षेत्र में अवैध वसूली कर रहे कर्मचारियों का वीडियो एक स्थानीय पत्रकार ने अपने मोबाइल में कैद किया था। जब यह बात संबंधित आरटीओ अधिकारियों तक पहुंची, तो उन्होंने दबाव डालकर पत्रकार से वह वीडियो जबरन डिलीट करा दिया।
इसके बाद पत्रकार ने पूरे मामले की शिकायत शासन के उच्चाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से की। शिकायत के बाद ही एसटीएफ ने जांच शुरू की, जिसके परिणामस्वरूप यह बड़ा नेटवर्क बेनकाब हुआ।
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हालांकि, STF की कार्रवाई में खनिज अधिकारी और कुछ कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज हुआ है, लेकिन आरटीओ के अधिकारियों और असोथर क्षेत्र में सक्रिय अन्य लोकेटरों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन पर शिकंजा न कसने से उनके हौसले बुलंद हैं। बताया जा रहा है कि कुछ खदान संचालक अब भी उन्हीं लोगों के इशारे पर काम कर रहे हैं।
STF की इस कार्रवाई से जिले के खनन और परिवहन विभाग में हड़कंप मचा है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और टीम अन्य संदिग्धों की भूमिकाओं की भी जांच कर रही है।
सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में कुछ और बड़े नाम भी सामने आ सकते हैं। असोथर और बांदा सीमा पर रहने वाले ग्रामीणों ने कहा कि रात के अंधेरे में दर्जनों ओवरलोड ट्रक बिना रोक-टोक गुजरते हैं। इससे सड़कों की हालत बदतर हो चुकी है। लोगों ने शासन से मांग की है कि अवैध खनन और वसूली में शामिल हर अधिकारी व लोकेटर पर कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।