

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर प्रशासनिक स्तर पर बड़े बदलाव किए हैं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
यूपी में PPS अधिकारियों के हुए तबादले
लखनऊ: यूपी सरकार ने एक बार फिर प्रशासनिक स्तर पर बड़े बदलाव किए हैं। बुधवार रात को प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) के तीन अधिकारियों के तबादले किए गए हैं, जिनमें से एक प्रमुख तबादला बलरामपुर और कानपुर पुलिस कमिश्नरेट से जुड़ा है। प्रशासनिक फेरबदल की यह प्रक्रिया लगातार जारी है, जिससे स्पष्ट होता है कि सरकार कानून व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं करने वाली है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, तबादले के आदेश में प्रमुख रूप से बलरामपुर के अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) रहे विशाल पांडेय को बलरामपुर का नया ASP नियुक्त किया गया है। विशाल पांडेय की तैनाती इस जिले में उन पर भरोसा जताते हुए की गई है, क्योंकि वे प्रशासनिक मामलों में अपने साहस और कार्यक्षमता के लिए पहले ही पहचान बना चुके हैं।
वहीं, बलरामपुर के अपर पुलिस अधीक्षक रहे योगेश कुमार को कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में अपर पुलिस उपायुक्त (ACP) की जिम्मेदारी दी गई है। यह एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव है, क्योंकि कानपुर उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े और व्यस्त शहरों में से एक है, जहां कानून-व्यवस्था बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। योगेश कुमार के अनुभव और पुलिस प्रशासन में उनकी छवि को देखते हुए, उन्हें कानपुर जैसे बड़े शहर में तैनात किया गया है, जहां वे पुलिस की कार्यप्रणाली और व्यवस्था में सुधार की दिशा में काम करेंगे।
वहीं, एक और महत्वपूर्ण तबादला हुआ है, जिसमें इंदु सिद्धार्थ को मुजफ्फरनगर जिले में अपर पुलिस अधीक्षक अपराध नियुक्त किया गया है। इससे पहले वे मेरठ में सतर्कता अधिष्ठान के अपर पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यरत थीं। इंदु सिद्धार्थ के पास बड़े प्रशासनिक कामों का अनुभव है, और अब उन्हें मुजफ्फरनगर जैसे महत्वपूर्ण जिले में अपराधों पर काबू पाने के लिए नई जिम्मेदारी दी गई है।
प्रदेश सरकार का यह ताबड़तोड़ तबादला नीति प्रशासन में नई ऊर्जा का संचार करने के उद्देश्य से देखा जा रहा है।
इन तीन अधिकारियों को बिना किसी प्रतीक्षा काल के तत्काल कार्यभार ग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस विभाग में लगातार ऐसे बदलावों से प्रशासन में और अधिक जवाबदेही बढ़ेगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नागरिकों को बेहतर सुरक्षा और प्रशासन मिले।