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पंचायत समिति सहाडा के बागरिया समाज के लोगों ने सोमवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया है कि उनके करीब 60 वर्षों पुराने आवासीय मकानों और देवी मंदिर को भू-माफियाओं की मिलीभगत से हटाया जा रहा है। ज्ञापन में कहा गया कि उपखंड अधिकारी गंगापुर और नगर पालिका गंगापुर के अधिशासी अधिकारी आर्थिक प्रलोभन में आकर भूमाफियाओं का साथ दे रहे हैं।
60 वर्ष पुराने घरों को तोड़ने की तैयारी
भीलवाड़ा: पंचायत समिति सहाडा के बागरिया समाज के लोगों ने सोमवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया है कि उनके करीब 60 वर्षों पुराने आवासीय मकानों और देवी मंदिर को भू-माफियाओं की मिलीभगत से हटाया जा रहा है। ज्ञापन में कहा गया कि उपखंड अधिकारी गंगापुर और नगर पालिका गंगापुर के अधिशासी अधिकारी आर्थिक प्रलोभन में आकर भूमाफियाओं का साथ दे रहे हैं और समाज के गरीब घुमन्तु परिवारों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
क्या है पूरी खबर
प्रार्थियों ने बताया कि वर्ष 1992 में तहसीलदार कार्यालय द्वारा राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार आराजी संख्या 29, रकबा 2 हेक्टेयर भूमि उनके पूर्वजों—माता मागीदेवी पत्नी धन्नालाल बागरिया—के नाम आवंटित की गई थी। इसी भूमि पर उनका पक्का आवास और माता जी का मंदिर बना हुआ है, जहाँ वे लंबे समय से रहते आ रहे हैं। परन्तु भूमाफिया ओमप्रकाश खटीक को लाभ पहुँचाने के लिए 4 जून 2025 को अवैध रूप से नया पट्टा जारी कर दिया गया। इसी पट्टे के आधार पर उनके मकान और मंदिर को हटाने का दबाव बनाया जा रहा है।
परिवार भयभीत होकर आत्महत्या
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि 20 नवंबर 2025 को उपखंड अधिकारी गंगापुर और अधिशासी अधिकारी किरण सिंह सांडा ने समाज के वरिष्ठ व्यक्ति भेरूलाल बागरिया को कार्यालय में बुलाकर घंटों बैठाए रखा और पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर उन्हें धमकाया कि यदि मकान और मंदिर नहीं हटाए तो उन्हें चार माह की जेल करवा दी जाएगी या घर जला दिया जाएगा। इससे पूरा परिवार भयभीत होकर आत्महत्या जैसे कदम पर विचार करने को मजबूर है।
30 बीघा चारागाह भूमि पर कब्जा
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि भूमाफिया बालूराम कुम्हार और उसकी पत्नी के साथ सांठगांठ कर उनके मकानों को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि वही भूमाफिया करोड़पति है और प्रभाव के दम पर अधिकारियों को प्रभावित कर रहा है। समाज ने कहा कि उपखंड अधिकारी स्वयं सरकारी चारागाह भूमि पर अवैध ईंट भट्टा लगवाने में संलिप्त हैं और 30 बीघा चारागाह भूमि पर कब्जा करवा रखा है, जो गंभीर दुरुपयोग है और तत्काल हटाया जाना चाहिए।
पूरी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों
प्रार्थीगणों ने यह भी बताया कि ग्राम पंचायत डेलाणा द्वारा उन्हें विधिवत आवासीय पट्टे जारी किए गए हैं, जिनमें वर्ष 2024 और 2004 के पट्टा क्रमांक शामिल हैं। इन पट्टों के आधार पर उन्होंने मकान बनवा रखे हैं और उसी पर 10 लाख रुपये का बैंक ऋण भी लिया हुआ है। यदि मकान तोड़े जाते हैं तो इसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की होगी।
सभी के खिलाफ कार्रवाई कर पाबंद कराने की माँग
समाज ने आरोप लगाया कि दोनों अधिकारी एक गुंडा गैंग चला रहे हैं, जिनमें बालूराम कुम्हार, ओमप्रकाश खटीक, नारायण लाल माली और अन्य शामिल हैं। ये लोग आए दिन उनके घर आकर जान से मारने और आग लगा देने की धमकियाँ दे रहे हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से इन सभी के खिलाफ कार्रवाई कर पाबंद कराने की माँग की है।
अंत में समाज ने जिला कलेक्टर से आग्रह किया कि उनके वर्षों पुराने वैध पट्टाधारी मकानों को तोड़े जाने की कार्यवाही को तुरंत रोका जाए, अधिकारियों के दुरुपयोग की विभागीय जाँच जिला स्तरीय समिति से कराई जाए और भूमाफियाओं के दबाव में हो रही अवैध कार्यवाही को बंद कराया जाए।