

खाद संकट के बीच कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बड़ा बयान देते हुए 20 बिचौलियों के नाम उजागर कर दिए। डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में मंत्री ने पूरे नाम, पता और जून-जुलाई माह में खरीदी गई खाद की मात्रा तक सार्वजनिक कर दी। मंत्री ने जिला प्रशासन को कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। साथ ही चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर विपक्षियों पर भी जमकर हमला बोला है ।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से खास बातचीत
महराजगंज: जनपद में खाद की किल्लत और जमाखोरी के बीच रविवार की शाम उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने समितियों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सोमवार की सुबह डाइनामाइट न्यूज से विशेष बातचीत में उन्होंने खाद की खरीद-फरोख्त में लिप्त तकरीबन 20 बिचौलियों के नाम और पते उजागर कर बड़ा खुलासा किया।
कृषि मंत्री ने बताया कि जून और जुलाई माह में इन लोगों ने किसानों के नाम पर जरूरत से कहीं ज्यादा खाद की खरीदारी की और जमाखोरी कर मोटा मुनाफा कमाया। उन्होंने इसे खाद संकट की सबसे बड़ी वजह बताते हुए तत्काल जिला प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया।
जून माह में जमाखोरी करने वाले बिचौलियों के नाम
1. राम अवध – सबया
2. रामसूचित यादव – खानपुर
3. करीउल्लाह – पिपरिया
4. दुखी देवी – सोनवल
5. गणेश – लोक विद्यापीठ नगर, फरेंदा
6. अनीश यादव – अहिरौली
7. महेश – मधवलिया
8. अनूप प्रजापति – हरखड़ी
9. दीपक कुमार – सुकरौली
10. रमजान अंसारी – महुअवा
जुलाई माह में जमाखोरी करने वाले
11. वलीम – हरदी डाली
12. राम जी – देवीपुर कला
13. प्रकाश चंद – कैथवलिया
14. निजामुद्दीन – हरदी डाली
15. इंदल – कुरहवा खुर्द
16. सीताराम यादव – मिस्रौलिया
17. हरीश चंद गुप्ता – धानी
18. जोगेंद्र – हरदी डाली
19. चंद्र बदन कुमार – कमसिन खुर्द
20. जब्बार अली – बैरवां चंदनपुर
विपक्ष पर साधा निशाना
डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में कृषि मंत्री ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर विपक्ष पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल “वोट चोरी और चुनाव धांधली” का बेबुनियाद आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। शाही ने दावा किया कि तथाकथित यूपीए एलायंस और शिवसेना जैसे दल फर्जी मतदाताओं के सहारे चुनावी फायदा उठाना चाहते थे, लेकिन नाकाम होने पर अब शोर मचा रहे हैं।
प्रशासन हरकत में
कृषि मंत्री द्वारा 20 बिचौलियों के नाम उजागर किए जाने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। इन सभी के खिलाफ जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। जिलेभर में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है और किसानों को उम्मीद है कि अब जमाखोरों पर सख्त कार्रवाई होगी। कृषि मंत्री के साथ सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया भी मौजूद रहे।