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महराजगंज में बेसिक शिक्षा विभाग की जांच में दो सहायक अध्यापकों के शैक्षिक दस्तावेज फर्जी पाए गए। खंड शिक्षा अधिकारी सिसवा की रिपोर्ट के आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। पढ़ें रिपोर्ट
बेसिक शिक्षा विभाग
Maharajganj: जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो सहायक अध्यापकों के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी प्राप्त करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है। यह कार्रवाई लम्बे समय से चल रही जांच और विभिन्न सत्यापन रिपोर्टों के बाद की गई है।
पहला मामला प्राथमिक विद्यालय हरखपुरा के सहायक शिक्षक आनंद कुमार पाण्डेय का है, जिनकी नियुक्ति वर्ष 2016 में प्रा.वि. बरवा कृपाल, निचलौल में हुई थी। बाद में उन्हें सिसवा क्षेत्र के हरखपुरा विद्यालय में स्थानांतरित किया गया। विभाग को इनके शैक्षिक दस्तावेजों पर संदेह होने पर सत्यापन कराया गया, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ।
मध्य प्रदेश के स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय, सागर द्वारा 29 सितंबर 2023 को जारी पत्र में स्पष्ट किया गया कि आनंद कुमार द्वारा प्रस्तुत अंकपत्र कूट रचित (फर्जी) है और विश्वविद्यालय द्वारा ऐसा कोई अंकपत्र जारी नहीं किया गया है। साथ ही उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी, प्रयागराज ने भी TET प्रमाणपत्र की सत्यापन रिपोर्ट में बताया कि दिया गया अनुक्रमांक रिकॉर्ड में मौजूद नहीं है।
इन रिपोर्टों के आधार पर खंड शिक्षा अधिकारी सिसवा को जांच अधिकारी नामित किया गया। जांच के दौरान आनंद कुमार को कई बार स्पष्टीकरण देने का अवसर दिया गया, लेकिन उन्होंने कोई साक्ष्य या अभिकथन प्रस्तुत नहीं किया। जांच आख्या में आरोप सिद्ध पाए गए, जिसके बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की संस्तुति की गई।
दूसरा मामला शुभचंद यादव, सहायक अध्यापक, उप्रावि हेवती कम्पोजिट, सिसवा का है। इनके खिलाफ ग्राम निवासी राजेश्वर पटेल द्वारा गंभीर शिकायत की गई थी। मामले की जांच सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक), गोरखपुर और STF लखनऊ द्वारा की जा रही थी। शैक्षिक प्रमाणपत्रों और नियुक्ति अभिलेखों के सत्यापन में अनियमितताएं पाए जाने पर विभाग ने इनके विरुद्ध भी FIR दर्ज कराने का निर्णय लिया।
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दोनों मामलों में बेसिक शिक्षा अधिकारी, महराजगंज ने थाना कोठीभार को पत्र भेजकर भादंवि 1860 की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।