

देश के 18 एयरपोर्ट्स को एक ईमेल के जरिए उड़ाने की धमकी दी गई है। धमकी मिलने के बाद सभी एयरपोर्ट्स पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
धमकी भरे ईमेल ने मचाई हड़कंप
Kanpur News: कानपुर समेत देशभर के 18 प्रमुख एयरपोर्ट्स को एक धमकी भरा ईमेल भेजा गया है। जिसमें उन्हें विस्फोट कर उड़ाने की बात कही गई है। इस ईमेल के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, कानपुर के चकेरी स्थित न्यू एयरपोर्ट के निदेशक को यह ईमेल रविवार को प्राप्त हुआ, जिसके बाद एयरपोर्ट के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
ईमेल में क्या लिखा है?
धमकी भरा यह ईमेल roadkillandkyokill@atomicmail.io आईडी से भेजा गया है, जिसमें अंग्रेजी में चार खौफनाक लाइनें लिखी गई हैं। ईमेल में कहा गया अभिवादन। हवाई अड्डे के चारों ओर रखे गए वीईपी-पैक्स के अंदर शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण छिपाए गए हैं। आपको तत्काल इमारतें खाली करनी होंगी। आपको जल्दी करना होगा, नहीं तो अंदर मौजूद लोग मर जाएंगे, उनके हाथ-पैर कट जाएंगे या यहां तक कि उनका सिर भी कट जाएगा। हम, "रोड किल" और "क्यो" इस आतंकवादी हमले के पीछे अपराधी हैं। इस संदेश की एक प्रति समाचार आउटलेट को दें। इस मेल में जयपुर, लखनऊ, आगरा, कानपुर सहित कुल 18 एयरपोर्ट्स का जिक्र किया गया है।
एयरपोर्ट्स की सुरक्षा बढ़ाई गई
ईमेल की जानकारी मिलते ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ने चकेरी थाना पुलिस को सूचना दी। इसके बाद CISF, स्थानीय पुलिस, और वायुसेना की टीमें अलर्ट हो गईं। रविवार को एयरपोर्ट के हर कोने की तलाशी ली गई, लेकिन वहां से कोई संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति नहीं मिला।
पुलिस ने शुरू की जांच, LIU भी सक्रिय
एसीपी चकेरी अभिषेक पांडेय के अनुसार, सूचना मिलने के तुरंत बाद एयरपोर्ट के बाहर चेकिंग और फ्रिस्किंग अभियान चलाया गया। आने-जाने वाले वाहनों की जांच की गई और संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई। साथ ही लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) भी जांच में जुट गई है। एडीसीपी LIU के अनुसार, ईमेल की तकनीकी जांच कर पता लगाया जा रहा है कि यह मेल कहां से और किस उद्देश्य से भेजा गया है।
साइबर सेल कर रही जांच
इस मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से थाने में तहरीर दी गई है। कानपुर में एफआईआर दर्ज की जा रही है, जबकि जयपुर में पहले ही एक केस दर्ज किया जा चुका है। अब यह मामला साइबर सेल और खुफिया एजेंसियों के लिए जांच का विषय बन चुका है।