

गोरखपुर में पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने पति सहित सात लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और मारपीट का मामला दर्ज किया है। पीड़िता ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स-गूगल)
Gorakhpur: रिश्तों की डोर दहेज की आग में जलकर टूट गई। दो वर्ष पहले सजे सपनों के घरौंदे में जब दहेज की नई मांगों की आंधी आई तो प्यार की जगह धमकी और मारपीट ने ले ली। इसी दर्द को लेकर एक विवाहिता ने पति समेत सात लोगों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने मुकदमा कायम कर जांच शुरू कर दी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता और दी गई तहरीर के अनुसार, यह मामला बढहलगंज थाना क्षेत्र का है ,जहां शादी के बाद कुछ दिन तो हंसी-खुशी बीते, लेकिन हफ्ता भर भी नहीं हुआ कि दहेज की नई मांगें शुरू हो गईं। विवाहिता का आरोप है कि ससुराल पक्ष ने दो लाख रुपये नकद और एक बाइक की मांग की। जिसपर साफ जवाब मिला कि पिता अब और कुछ देने में असमर्थ हैं, तो ससुराल वालों का रवैया बदल गया। मायके से दहेज लेकर आने की धमकी दी जाने लगी और जब विवाहिता ने इसका विरोध किया तो घर के भीतर उसके साथ मारपीट और प्रताड़ना का सिलसिला शुरू हो गया।
'बिना रकम और बाइक के घर में कदम मत रखना'
इस मामले को लेकर, विवाहिता सुनीता विश्वकर्मा पत्नी दिनेश विष्वकर्मा ने बताया कि मारपीट और उत्पीड़न की जानकारी पिता और भाई को हुई तो वह उसे मायके वापस ले आए। मायके आने के बाद भी ससुराल पक्ष की धमकी जारी रही। कहा गया कि जब तक मांगी गई रकम और बाइक लेकर नहीं लौटोगी, तब तक घर में कदम मत रखना।
इस पूरे मामले की शिकायत सीओ के आदेश पर गोलाबाजार पुलिस को दी गई। पुलिस ने विवाहिता की तहरीर पर पति समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों में पति, तीन नंदोई और ननद भी शामिल हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि मुकदमा भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और दहेज प्रतिषेध अधिनियम में दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
पीड़िता के बयान पर कार्रवाई शुरू
पुलिस का कहना है कि पीड़िता के बयान और साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच तेजी से कराई जाएगी। अगर आरोप सही पाए गए तो सभी आरोपितों के खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई भी की जाएगी।