

एक बार फिर अलीगढ़ का नाम बहलने की कवायद तेज हो गई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
क्या बदलेगा अलीगढ़ का नाम
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले का नाम बदलने की मांग एक बार फिर तेज हो गई है। इस बार यह मांग ज़िला पंचायत अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता विजय सिंह की ओर से उठाई गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अलीगढ़ का नाम बदलकर ‘हरिगढ़’ रखने की अपील की है।
मुख्यमंत्री को सौंपा गया औपचारिक पत्र
विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्होंने एक सप्ताह पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में भेंट की थी। इस दौरान वह अलीगढ़ का नाम बदलने संबंधी एक औपचारिक पत्र भी साथ लेकर गई थीं। विजय सिंह के मुताबिक, यह मांग कोई नई नहीं है, बल्कि इस पर पहले भी औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
2021 में पारित हुआ था प्रस्ताव
विजय सिंह ने कहा कि वर्ष 2021 में जब वह ज़िला पंचायत अध्यक्ष बनी थीं, तब पहली बार हुई मीटिंग में ही यह प्रस्ताव पारित किया गया था। बैठक में जिले के सभी विधायक और सांसद शामिल थे और उन्होंने सर्वसम्मति से अलीगढ़ का नाम ‘हरिगढ़’ करने के पक्ष में प्रस्ताव पारित कर शासन को भेजा था।
अब मुख्यमंत्री से मिला आश्वासन
उन्होंने कहा मेरे कार्यकाल का अब एक साल ही बचा है, चार साल पूरे हो गए हैं। मैं चाहती हूं कि यह ऐतिहासिक फैसला मेरे कार्यकाल में हो। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि समय आने पर इस पर निर्णय लिया जाएगा और अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ अवश्य होगा।
नाम बदलने की प्रक्रिया
उत्तर प्रदेश में शहरों और जिलों के नाम बदलने की मांग कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी इलाहाबाद का नाम प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या किया जा चुका है। ऐसे में अलीगढ़ का नाम बदलने की मांग भी उसी श्रृंखला की एक कड़ी मानी जा रही है। हालांकि नाम बदलने की प्रक्रिया में कई प्रशासनिक, ऐतिहासिक और कानूनी चरण होते हैं। सरकार द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद केंद्र सरकार की स्वीकृति भी आवश्यक होती है। इस मांग को लेकर अभी तक किसी बड़े विरोध की खबर नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक और सामाजिक हलकों में इस मुद्दे को लेकर चर्चा जरूर शुरू हो गई है।