

गोला थाना क्षेत्र के चकसरया गांव में गुरुवार की देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। महज दो माह पहले ब्याह कर ससुराल आई 21 वर्षीय नवविवाहिता माधुरी यादव का शव उसके कमरे में पंखे से दुपट्टे के सहारे लटकता मिला।
प्रतीकात्मक छवि
Gorakhpur: गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र के चकसरया गांव में गुरुवार की देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। महज दो माह पहले ब्याह कर ससुराल आई 21 वर्षीय नवविवाहिता माधुरी यादव का शव उसके कमरे में पंखे से दुपट्टे के सहारे लटकता मिला। इस दुखद घटना ने न केवल ससुराल बल्कि पूरे गांव को गमगीन कर दिया। माधुरी की अधूरी रह गई जिंदगी और उसके कमरे में सजी मेंहदी की तस्वीरें आज भी उसकी खामोश कहानी बयां कर रही हैं।
माधुरी की शादी मई 2025 में बड़े धूमधाम से मंटू यादव के साथ हुई थी। नई-नवेली दुल्हन के चेहरे की रौनक और सपनों भरी आंखें परिवार के लिए खुशियों का खजाना थीं। लेकिन गुरुवार रात करीब 8 बजे, जब उसका कमरा देर तक बंद रहा, ससुराल वालों के मन में शंका जगी। दरवाजा खोलते ही सामने का दृश्य देखकर सभी सन्न रह गए। माधुरी का निर्जन शरीर पंखे से लटक रहा था। चीख-पुकार के बीच ससुराल में कोहराम मच गया। पड़ोसियों ने तुरंत गांव वालों और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस का एक्शन और मायके का मातम
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट अनुसार सूचना मिलते ही गोला थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पंचनामा शुरू किया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की गई। इस बीच, माधुरी के मायके वाले भी घटनास्थल पर पहुंचे। मां-बाप और भाई-बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था। मायके वालों के आंसुओं ने गांव की हवा को और भारी कर दिया। गांव में हर तरफ सन्नाटा पसरा है, और लोग इस हादसे के पीछे के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं।
पुलिस जांच और सवालों का साया
गोला थाना प्रभारी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का पता चलेगा और उसी आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है। क्या यह आत्महत्या थी, या इसके पीछे कोई और राज है? यह सवाल हर किसी के मन में कौंध रहा है।
अधूरी रह गई माधुरी की कहानी
माधुरी के कमरे में रखी उसकी शादी की तस्वीरें, सजी मेंहदी और नए कपड़े आज उसकी अधूरी जिंदगी की मूक गवाही दे रहे हैं। दो महीने पहले जिस घर में हंसी-खुशी की गूंज थी, आज वहां सिर्फ आंसुओं और सवालों का मेला है। मायके और ससुराल, दोनों परिवार इस सदमे से उबरने की कोशिश में हैं, लेकिन माधुरी की यादें उन्हें बार-बार रुला रही हैं।
गांव में शोक की लहर
चकसरया गांव में यह घटना चर्चा का केंद्र बन गई है। लोग इस बात से स्तब्ध हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक नई-नवेली दुल्हन ने ऐसा कदम उठाया, या फिर क्या कोई और सच्चाई है जो अभी सामने नहीं आई। गांव की गलियों में खामोशी और घरों में मातम का माहौल है।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर नवविवाहिताओं के साथ ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं। क्या यह सामाजिक दबाव है, मानसिक तनाव है, या कुछ और? माधुरी की मौत का सच क्या है, यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच से ही सामने आएगा, लेकिन उसकी अधूरी कहानी हर किसी के मन को बेचैन कर गई है।