

Sultanpur News Samajwadi Party leader’s death causes uproar, Facebook account reveals big secret
नेता की मौत से हड़कंप,
सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से इस वक़्त एक सनसनीख़ेज़ खबर सामने आई है। समाजवादी पार्टी के पूर्व सेक्टर प्रभारी सुनील यादव की रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। मौत से कुछ ही घंटे पहले सुनील यादव ने गंभीर आरोप लगाए थे और अपनी हत्या की आशंका भी जताई थी।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, ये मामला ज़िले की चांदा कोतवाली क्षेत्र के मदारडीह गाँव से जुड़ा है।
क्या है पूरा मामला
यह पूरा मामला सुल्तानपुर ज़िले की चांदा कोतवाली क्षेत्र के मदारडीह गाँव से जुड़ा है। मृतक सुनील यादव समाजवादी पार्टी के पूर्व सेक्टर प्रभारी थे और आगामी पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ना चाहते थे। आरोप है कि इसी गांव के रहने वाले विवेक मिश्रा और सोनावा निवासी सुशील निषाद को सुनील का चुनाव लड़ना नागवार गुज़रा।दोनों ने सुनील को धमकी दी थी कि अगर चुनाव लड़ा तो हत्या कर दी जाएगी। यहां बता दें कि विवेक मिश्रा लंभुआ के पूर्व सपा विधायक संतोष पांडेय के साले हैं।
अकाउंट पर बाकायदा एक पोस्ट लिखकर हत्या की आशंका
चौंकाने वाली बात यह है कि सुनील यादव ने बीते 3 जुलाई को अपने फ़ेसबुक अकाउंट पर बाकायदा एक पोस्ट लिखकर हत्या की आशंका जताई थी। उन्होंने इस पोस्ट में सीधे तौर पर विवेक मिश्रा और सुशील निषाद का नाम लिया था और यूपी के डीजीपी, सुल्तानपुर एसपी, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के ऑफ़िशियल फ़ेसबुक पेज को भी टैग किया था। लेकिन बाद में सुनील की यह पोस्ट डिलीट करवा दी गई। रविवार को सुनील यादव की संदिग्ध हालात में मौत की खबर फैलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोग और कुछ सियासी हल्के इसे उसी धमकी और फेसबुक पोस्ट से जोड़कर देख रहे हैं। मृतक का पोस्टमार्टम करवा लिया गया है और पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है।
मृतक के भाई
मृतक के भाई ने बताया कि उसे कोई ज़्यादा कुछ जानकारी नहीं है, वो लोग बाहर रहते हैं… पर भाई ने कुछ बताया था कि चुनाव लड़ने पर धमकी मिली थी… बाकी पुलिस जांच कर रही है।” फिलहाल मृतक के भाई भी साफ बोलने से बचते नज़र आ रहे हैं, शायद उन्हें डर है कि कहीं उन्हें ही निशाना न बनाया जाए। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही असली वजह सामने आएगी। सुनील यादव की मौत हादसा थी या साजिश, इसका खुलासा जांच के बाद ही होगा।