

शिक्षा नगरी बाराबंकी शुक्रवार को उस वक्त स्तब्ध रह गई जब जिले के प्रतिष्ठित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली कक्षा 11 की मेधावी छात्रा नंदनी वर्मा की कक्षा के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई और कुछ ही घंटों में मौत की खबर ने सबको गहरे सदमे में डाल दिया।
मृत छात्रा के रोते हुए परिजन
Barabanki: शिक्षा नगरी बाराबंकी शुक्रवार को उस वक्त स्तब्ध रह गई जब जिले के प्रतिष्ठित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली कक्षा 11 की मेधावी छात्रा नंदनी वर्मा की कक्षा के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई और कुछ ही घंटों में मौत की खबर ने सबको गहरे सदमे में डाल दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, नंदनी वर्मा, मूल रूप से टिकैतनगर क्षेत्र के नियामतगंज गांव की रहने वाली थी। वह अपनी तीन बहनों के साथ शहर में रहकर पढ़ाई कर रही थी। नंदनी का सपना IAS बनने का था और वह पढ़ाई में बेहद होनहार मानी जाती थी। हाई स्कूल की परीक्षा में वह जिले की टॉप-10 छात्राओं में शामिल रही थी और शिक्षकों की सबसे प्रिय छात्राओं में एक थी।
शुक्रवार की सुबह, रोज़ की तरह नंदनी स्कूल पहुंची। सहेलियों के साथ सामान्य बातचीत और हँसी-मज़ाक कर रही थी। क्लास में प्रवेश के महज 5 मिनट बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और वह बेहोश होकर गिर गई। शिक्षकों और स्कूल स्टाफ ने तुरंत उसे जिला ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। साथी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और स्टाफ के बीच गहरा शोक फैल गया। स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि नंदनी किसी भी प्रकार की बीमारी से ग्रस्त नहीं थी, न ही उसने कभी किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी शिकायत की थी। इसलिए इस अचानक हुई मौत ने सभी को हैरान और चिंतित कर दिया है।
नंदनी की मौत को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं क्या यह हृदयाघात (हार्ट अटैक) था, या फिर कोई और आंतरिक स्वास्थ्य कारण? स्कूल प्रबंधन ने साफ किया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह का खुलासा हो सकेगा।
परिजनों ने बताया कि नंदनी अपने परिवार की सबसे होशियार संतान थी और उसने अपने जीवन में कुछ बड़ा करने का सपना देखा था। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। मां और बहनें बेसुध हैं। पिता का पहले ही देहांत हो चुका है, ऐसे में यह परिवार पर दूसरी बड़ी त्रासदी है।
स्थानीय प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी घटना की जांच शुरू कर दी है। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है जिससे यह स्पष्ट हो सके कि इस मेधावी छात्रा की असमय मृत्यु आखिर कैसे हुई।
इस हृदयविदारक घटना ने बाराबंकी ही नहीं, पूरे शिक्षा जगत को झकझोर दिया है। नंदनी की याद में स्कूल में शोकसभा आयोजित की गई और छात्रों ने दो मिनट का मौन रखकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। अब सबकी नजरें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और प्रशासनिक जांच के निष्कर्षों पर टिकी हैं।