

यूपी के सोनभद्र जनपद से प्रेम की आड़ में सामाजिक मर्यादा को तार-तार करने वाला मामला सामने आया है, जो पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है।
तीसरी शादी करने के बाद संजय पासवान समाज से बहिष्कृत
Sonbhadra: जिले के विंढमगंज क्षेत्र के धरती डोलवा गांव में एक ऐसा प्रेम प्रसंग सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। गांव के संजय पासवान, जो पहले से शादीशुदा हैं और चार बच्चों के पिता हैं, ने पड़ोसी गांव की ललिता देवी से मंदिर में शादी रचा ली। चौंकाने वाली बात यह है कि ललिता देवी भी पहले से विवाहित हैं और चार बच्चों की मां हैं। दोनों के इस कदम ने परिवार और समाज की मर्यादाओं को झकझोर दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, संजय पासवान की यह तीसरी शादी है। उसकी पहली शादी झारखंड के पड़ुआ गांव की शांति देवी से करीब 20 साल पहले हुई थी, लेकिन कुछ वर्षों बाद संजय ने यह कहकर पत्नी को छोड़ दिया कि वह 'काली और बदसूरत' है। इसके बाद उसने दूसरी शादी सिद्धपुर भवनाथपुर की मनीषा देवी से की, जिनसे उसे चार संतानें हुईं। 17 साल तक साथ रहने के बाद संजय ने मनीषा को भी छोड़ दिया और अब ललिता देवी से मंदिर में विवाह कर लिया।
ललिता देवी के पति महेंद्र पासवान ने बताया कि उनकी शादी को भी 20 साल हो चुके हैं और उनके चार बच्चे हैं। ललिता अपनी एक बेटी को साथ लेकर चली गई, जबकि तीन बच्चे महेंद्र के पास हैं। महेंद्र ने कहा, मैंने बहुत समझाया, लेकिन वह नहीं मानी। अब मेरे बच्चों का क्या होगा? मेरी दुनिया उजड़ गई। महेंद्र की आंखें भर आईं और आवाज रुक-रुक कर निकल रही थी।
महेंद्र पासवान, ललिता देवी का पति
दूसरी पत्नी मनीषा देवी भी सदमे में हैं। महापंचायत के दौरान वे फूट-फूट कर रो पड़ीं और कहा, मैंने उसका हर आदेश माना, उसके हर सुख-दुख में साथ दिया। फिर भी उसने धोखा दिया। मेरे बच्चों का कसूर क्या था? इतना कहकर मनीषा अचेत होकर गिर पड़ीं। उन्हें पानी पिलाकर संभाला गया।
मनीषा देवी, संजय पासवान कि पत्नी
इस घटना के बाद समाज में भारी आक्रोश फैल गया। पासवान समाज ने महापंचायत बुला ली, जिसमें झारखंड और उत्तर प्रदेश के दर्जनों गांवों के लोग जुटे। पंचायत की अध्यक्षता बनारसी पासवान (हनुमंता, झारखंड) ने की, जबकि संचालन महेंद्र पासवान और सुरेंद्र पासवान ने किया।
पंचायत में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि संजय पासवान को समाज से बहिष्कृत किया जाएगा। पंचों ने कहा, इस व्यक्ति ने न केवल अपने परिवार को तोड़ा, बल्कि एक और परिवार को उजाड़ दिया। समाज में ऐसे लोगों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
इस विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे गांव में बवाल मच गया है। चौराहों, खेतों, बाजार और पंचायत भवनों में इसी मामले की चर्चा है। लोग पूछ रहे हैं कि क्या यह प्रेम था या केवल स्वार्थ?
पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर समझाने की कोशिश की, लेकिन संजय और ललिता अपने फैसले पर अडिग रहे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे अब अलग नहीं होंगे।