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सोनभद्र के बिल्ली खदान क्षेत्र में पत्थर गिरने से मजदूर मलबे में दब गए। चश्मदीद ने बताया कि 18 ऑपरेटर काम कर रहे थे। एक शव बरामद, अन्य के लिए रेस्क्यू अभियान एनडीआरएफ और ड्रोन निगरानी के साथ जारी है। पढ़ें पूरी खबर
मजदूरों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी (सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
Sonbhadra: यूपी के सोनभद्र जिले के ओबरा थाना क्षेत्र स्थित बिल्ली खनन क्षेत्र में कृष्णा माइंस में एक बड़ा हादसा हुआ। जानकारी के अनुसार, खदान में ड्रिलिंग कर रहे 18 ऑपरेटर के समय अचानक पत्थर गिर गया। मलबे में दबने से कई मजदूर गंभीर रूप से फंसे।
घटना के दौरान बाल-बाल बचे चश्मदीद छोटू ने मीडिया को बताया कि कैसे वह अचानक मलबे के नीचे से सुरक्षित निकल पाया। छोटू के दो भाई, इंद्रजीत और संतोष भी उसी समय खदान में ड्रिलिंग का काम कर रहे थे।
हादसे की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। मलबे में दबे मजदूरों के लिए रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है। अब तक एक मजदूर का शव बरामद हुआ है, जबकि अन्य के लिए बचाव कार्य जारी है।
पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ड्रोन कैमरे के जरिए लगातार अभियान की निगरानी कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि मलबा बहुत भारी और खदान में पानी होने के कारण बचाव कार्य में कठिनाई हो रही है।
सोनभद्र के बिल्ली खदान हादसे में मजदूर मलबे में दबे। एनडीआरएफ और पुलिस रेस्क्यू अभियान में जुटी। चश्मदीद छोटू ने डरावनी घटना सुनाई। राहत कार्य ड्रोन निगरानी के साथ जारी।
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— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 16, 2025
Video: बिल्ली मारकुंडी खदान में पत्थर गिरने से कई मजदूरों के दबने की आशंका, रेस्क्यू जारी
घटना के समय मौजूद छोटू ने बताया कि वह अचानक मलबे के नीचे फंसा, लेकिन किसी तरह बाहर निकल सका। उसने बताया कि हादसे से पहले सभी मजदूर सामान्य रूप से ड्रिलिंग कर रहे थे।
छोटू के अनुसार, हादसे से पहले खदान में कोई सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त नहीं था। इंद्रजीत और संतोष समेत अन्य मजदूर भी खतरे में थे, जिनके सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू टीम लगातार प्रयासरत है।
पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। घटनास्थल पर डाइविंग और क्रेन जैसी तकनीकी मदद भी लगाई जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान जल्द सफल होने की पूरी कोशिश की जा रही है।
ड्रोन निगरानी (सोर्स- डाइनामाइट न्यूज़)
घटना स्थल पर मौजूद स्थानीय प्रशासन ने बताया कि खदान में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा के लिए तुरंत प्रभाव से उपाय किए जाएंगे। ड्रोन निगरानी अभियान से बचाव कार्य को बेहतर बनाने में मदद मिल रही है।
Video: सांसद छोटेलाल खरवार ने खोला सोनभद्र हादसे के पीछे का बड़ा राज
हादसे की जानकारी मिलते ही मजदूरों के परिवारजन घटनास्थल पर पहुंचे। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। उन्होंने बचाव अभियान में मदद करने के लिए पुलिस और एनडीआरएफ टीम के साथ सहयोग किया।