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सोनभद्र के बिल्ली मारकुंडी स्थित कृष्णा माइनिंग खदान में पहाड़ दरकने से मलबे में दबे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अब तक पांच शव बरामद हो चुके हैं, जबकि कई अन्य मजदूरों के दबे होने की आशंका बनी हुई है।
सोनभद्र खदान हादसा
Sonbhadra: यूपी के सोनभद्र जिले के ओबरा थाना क्षेत्र में स्थित बिल्ली मारकुंडी कृष्णा माइनिंग खदान में शनिवार को एक भयंकर हादसा हुआ। पहाड़ के दरकने से मलबे में कई मजदूर दब गए। घटना की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गईं।
रेस्क्यू टीम ने अब तक मलबे के नीचे से कुल पांच शव बरामद किए हैं। हादसे के 40 घंटे बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। शनिवार की रात पहले शव बरामद किया गया था। दूसरे शव को लगभग दो बजे सुबह बरामद किया गया, जिसे उसके भाई छोटू ने पहचान की। शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
मलबे के बड़े हिस्से को हटाने के लिए टीम ने दूसरा रास्ता बनाकर बचाव कार्य शुरू किया। रात भर रेस्क्यू अभियान चलता रहा। पुलिस कमिशनर और एसपी सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। रेस्क्यू टीम की प्राथमिकता अभी भी मलबे के नीचे फंसे अन्य मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालना है।
रेस्क्यू अभियान में जुटी टीमें
घटना उस समय हुई जब शनिवार की दोपहर पहाड़ में ड्रिलिंग की जा रही थी। अचानक पहाड़ दरक गया और मलबे में काम कर रहे एक दर्जन से अधिक मजदूर दब गए। स्थानीय लोग और खदान कर्मचारी तत्काल मदद के लिए दौड़े, लेकिन भारी मलबे के कारण राहत कार्य में कठिनाई हो रही है।
पहले बरामद शवों की पहचान कर ली गई है। हाल ही में बरामद हुए शव की पहचान इंद्रजीत यादव के रूप में उसके भाई छोटू ने की। शवों को सुरक्षित पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। अधिकारी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं और मृतकों के परिवार को सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
सोनभद्र के बिल्ली कृष्णा माइनिंग खदान में हादसा। मलबे में दबे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम जुटी। अब तक 5 शव बरामद, राहत और बचाव कार्य लगातार जारी। #Sonbhadra #MiningAccident #RescueOperation pic.twitter.com/ifdkpoKzCt
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 17, 2025
पहले रेस्क्यू टीम ने चार शव बरामद किए थे और उसके बाद पांचवां शव भी मलबे से निकाला गया। टीम अभी भी ऑपरेशन में जुटी है और मलबे के अन्य हिस्सों को हटाने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि कुछ मजदूर अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है, इसलिए बचाव कार्य को बहुत सतर्कता के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है।
ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली खनन क्षेत्र में इस हादसे के बाद जिला प्रशासन की ओर से भी तत्काल राहत कार्य शुरू किया गया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार ऑपरेशन का निरीक्षण कर रहे हैं। प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
पीड़ित परिवार
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यह हादसा खदानों में काम करते समय सुरक्षा मानकों का पालन न करने की गंभीर चेतावनी भी है। अधिकारियों ने भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए खदानों में सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करने और समय-समय पर निरीक्षण करने की बात कही है।
रेस्क्यू टीम लगातार ऑपरेशन में लगी हुई है। मलबे में कई मजदूर दबे होने की संभावना के चलते बचाव कार्य जारी है। राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें मिलकर हर संभव प्रयास कर रही हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।