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उत्तर प्रदेश के एटा से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
एटा में जमीनी धोखाधड़ी का मामला
एटा: उत्तर प्रदेश के एटा से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 80 वर्षीय जीवित महिला को कागज़ों में मृत घोषित कर उसकी जमीन हड़प ली गई। पीड़ित महिला प्रेमा देवी, गांव जिटौली की निवासी हैं, जो अब अपने परिजनों और दर्जनों ग्रामीणों के साथ कोतवाली नगर क्षेत्र स्थित धरना स्थल पर बैठकर इंसाफ की गुहार लगा रही हैं।
आरोप: फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र से जमीन कब्जाई
प्रेमा देवी का आरोप है कि उनके जेठ के दो बेटों ने षड्यंत्र के तहत उन्हें कागज़ों में मृत घोषित कर दिया और उनकी 16 बीघा खेती योग्य जमीन को अपने नाम करा लिया। महिला का कहना है कि उन्होंने न तो मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की कोई अनुमति दी, न ही कोई दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए। यह पूरी प्रक्रिया कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर की गई है।
जिंदा महिला की 'कागज़ी मौत' से प्रशासन में हड़कंप
इस गंभीर आरोप के सामने आने के बाद स्थानीय प्रशासन भी सकते में है। एक जीवित महिला को सरकारी रिकॉर्ड में मृत दिखाकर जमीन हड़पने का यह मामला प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार का बड़ा उदाहरण माना जा रहा है।
धरना स्थल पर बैठी प्रेमा देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मैं जिंदा हूं, चल-फिर रही हूं, फिर भी मुझे कागज़ों में मार दिया गया। मेरी जमीन हड़प ली गई, अब मैं कहां जाऊं?"
ग्रामीणों ने दिया साथ
इस अन्याय के खिलाफ दर्जनों ग्रामीण भी प्रेमा देवी के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे हैं। गांव वालों ने प्रशासन से फर्जीवाड़ा करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर अब कार्रवाई नहीं हुई, तो वे जिला मुख्यालय पर बड़ा आंदोलन करेंगे।
पीड़िता की प्रशासन से गुहार
प्रेमा देवी और उनके परिजनों ने जिला प्रशासन से न्याय और भूमि वापसी की मांग की है। पीड़िता ने अधिकारियों से आग्रह किया है कि इस फर्जीवाड़े की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों को सजा दी जाए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
मामले पर प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, जांच के आदेश दिए गए हैं और दस्तावेजों की सत्यता की पुष्टि की जा रही है।