

यूपी के वाराणसी जनपद में प्रतिष्ठित आईआईटी बीएचयू में छात्रों के प्राइवेसी उल्लंघन से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसने पूरे संस्थान को हिला कर रख दिया है।
IIT-BHU में बड़ा स्कैंडल
Varanasi: प्रतिष्ठित आईआईटी बीएचयू के पीसी रे हॉस्टल के बाथरूम में गुप्त रूप से कैमरे लगाकर छात्रों के नहाते हुए वीडियो बनाए गए। यह मामला तब सामने आया जब एक छात्र के मोबाइल फोन में संदिग्ध वीडियो मिले, जिसके बाद छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, बताया जा रहा है कि हॉस्टल की 8वीं, 9वीं और 10वीं मंजिल के बाथरूम में आरोपी छात्र ने मोबाइल फोन छिपाकर रखा था और वहां नहाते वक्त अन्य छात्रों के वीडियो रिकॉर्ड किए। इस घटना की जानकारी जैसे ही छात्रों को हुई, कैंपस में भारी आक्रोश फैल गया। देर रात बड़ी संख्या में छात्र लंका थाने पहुंचे और मामले की शिकायत दर्ज कराई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी छात्र के मोबाइल फोन में कम से कम 15 ऐसे वीडियो पाए गए हैं। इन वीडियो को ऑनलाइन शेयर किया गया है या नहीं, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है और जांच जारी है। आईआईटी प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्र के सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं।
इस मामले को लेकर छात्रों में दहशत का माहौल है। व्हाट्सएप ग्रुपों में चर्चा शुरू हो गई है कि वीडियो कहीं वायरल न हो जाएं। कई छात्रों ने इसे गंभीर निजता उल्लंघन बताया और दोषी छात्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस घटना की पुष्टि करते हुए आईआईटी बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो. संजय सिंह ने कहा कि, लड़कों ने कुछ हरकतें की हैं, लेकिन पूरा मामला अभी स्पष्ट नहीं है। जांच जारी है और सच्चाई जल्द सामने लाई जाएगी। वहीं लंका थाना प्रभारी राजकुमार वर्मा ने बताया कि, बाथरूम में वीडियो बनाने का मामला सामने आया है। तहरीर मिली है। जांच कर साक्ष्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
हॉस्टल बाथरूम में नहाते छात्रों का वीडियो बनाने से बवाल
मामला सामने आने के बाद आईआईटी प्रशासन ने आपात बैठक बुलाई। शाम 6:45 बजे जिमखाना के कमेटी रूम में स्टूडेंट डिसिप्लिनरी एंड पनिशमेंट कमेटी की बैठक हुई, जिसमें प्रॉक्टोरियल बोर्ड, हेड्स, नॉमिनी, वार्डेन और संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक में आरोपी छात्र की पहचान, घटनाक्रम और भविष्य की कार्रवाई को लेकर चर्चा की गई।
पीसी रे हॉस्टल, जहां यह घटना घटी, वह 11 मंजिला इमारत है जिसमें 577 कमरे हैं। हॉस्टल में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं और यह छात्रों के लिए पढ़ाई, खेल और अन्य गतिविधियों के लिए प्रमुख केंद्र माना जाता है। ऐसे में इस तरह की घटना ने संस्थान की सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आईआईटी बीएचयू के इतिहास में यह एक चौंकाने वाली घटना है, जिससे छात्रों की प्राइवेसी और सुरक्षा दोनों पर खतरा महसूस किया जा रहा है। छात्र मांग कर रहे हैं कि दोषी के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई की जाए।
फिलहाल पुलिस और प्रशासन दोनों इस मामले की जांच में जुटे हुए हैं।