

गोरखपुर में सरयू नदी के उफान के कारण नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे कटान की समस्या भयावह हो गई है। पढ़ें पूरी खबर
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स- इंटरनेट)
Gorakhpur: सरयू नदी के उफान ने गोरखपुर के गोला तहसील क्षेत्र के बड़हलगंज थाना अंतर्गत बगहा गांव में तबाही मचा दी है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से कटान की समस्या भयावह हो गई है। इसके कारण गांव के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गांव का मुख्य संपर्क मार्ग टूटने की कगार पर है और अधिकारियों का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में यह पूरी तरह ध्वस्त हो सकता है।
कई किसानों की कृषि भूमि का नुकसान
वहीं बगहा के साथ-साथ पास के विस्थापित गांव ज्ञानकोल और कोलखास भी इस कटान की चपेट में हैं। पिछले साल बाढ़ की मार झेल चुके इन गांवों के लोग अब फिर से दहशत में हैं। नदी की लहरें न केवल रास्तों को निगल रही हैं, बल्कि किसानों की उपजाऊ जमीनों को भी लील रही हैं। स्थानीय किसान कांता यादव की 5 बीघा, सरबजीत यादव की 3 बीघा और वंशी यादव की 4 बीघा कृषि भूमि नदी की भेंट चढ़ चुकी है।
ग्रामीणों ने बयां किया दर्द
ग्रामीणों का कहना है कि कटान की रफ्तार इतनी तेज है कि हर दिन नदी गांव की ओर बढ़ रही है। "हमारी जमीनें चली गईं, अब रास्ता भी टूटने वाला है। अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाया, तो हम पूरी तरह कट जाएंगे," एक ग्रामीण ने दुखी मन से बताया। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति का जायजा लिया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस उपाय नहीं किए गए हैं।
ग्रामीणों ने की ये मांग
दूसरी तरफ, ग्रामीणों ने बांध निर्माण और तटबंध मजबूती की मांग की है। क्या प्रशासन समय रहते इस संकट का समाधान कर पाएगा या सरयू का कहर बगहा और आसपास के गांवों को और नुकसान पहुंचाएगा? यह सवाल हर किसी के मन में है।
क्या है आगे की राह?
क्या सरकारी मदद समय पर पहुंचेगी या ग्रामीणों को अपनी जमीन और घर बचाने के लिए खुद ही जद्दोजहद करनी होगी? यह कहानी अभी अधूरी है, लेकिन सरयू की लहरें हर पल एक नया अध्याय लिख रही हैं। बता दें कि इन दिनों उत्तर प्रदेश में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।